शिव गुरु भजन

शिव गुरु भजन

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संक्षिप्त परिचय

शिव गुरु भजन क्यों करना चाहिए? कैसे करना चाहिए और इसके क्या लाभ है? इन प्रश्नों के उत्तर जानना और शिव गुरु भजन कितने प्रकार से किये जाते है शिव गुरु का भजन भोजपुरी निर्गुण में कैसे किया जाता है इसके साथ-साथ गाँव (देहात) में शिव चर्चा गीत को कैसे किया जाता है इसको जानना ही हमारा उद्देश्य है|

यहाँ बताये गए शिव गुरु भजन बहुत ही प्रसिद्ध भजन है साधारण है जिसको कोई भी बड़े ही आसानी से सीख सकता है और कोई भी भजन मण्डली में सुर-लय-ताल के साथ गा सकता है इन गीतों को बहुत ही आसान शब्दों में कहा गया है|   

इन शिव गुरु गीत को बहुत ही रिसर्च करके और चुनकर आपके सामने प्रस्तुत किया गया है जो बहुत ही आसान शब्दों में हैं यहाँ आपको दर्जनों गीत मिल जायेंगे छोटे-बड़े रूपों में अतः इनको अपने जीवन में उतार कर अपने भक्ति को प्रगाड़ करें|   

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विस्तार से समझें

शिव गुरु का भजन

हर भोला, हर भोला, बाबा हर हर

हर शिव हर शिव, शिव शिव हर हर

हर भोला, हर भोला, भोला भोला हर हर

हर शिव हर शिव, शिव शिव हर हर

भोला, हर भोला, भोला भोला हर हर

हर शिव हर शिव, शिव शिव हर हर

हर भोला, हर भोला, भोला भोला हर हर

हर शिव हर शिव, शिव शिव हर हर

हर भोला, हर भोला, भोला भोला हर हर

हर शिव हर शिव, शिव शिव हर हर

शिव गुरु भजन

जपले शिव का नाम ने मनवा सुमिरन करले महादेव का

बनेंगे बिगड़े काम जपले शिव का नाम…..

नर तन का है क्या भरोसा आज रहे कल ना

जिसने तुमको जन्म दिया लेले उसका नाम

जपले शिव का नाम…..

क्यों अभिमान में फुला है तू, बिना डोर के झुला

डोर बड़ा जगत गुरु को वही आएगा काम

जपले शिव का नाम…..

सुमिरन करले महादेव का बनेंगे बिगड़े काम

जपले शिव का नाम…..

शिव चर्चा भजन

शिव भजन

जगा जगा महादेव जगा महादेव,

मरे गुरुदेव महादेव महादेव महादेव |

आदि देव महादेव, आदि गुरु महादेव

जगत गुरु महादेव, सद गुरु महादेव

आदि शक्ति महादेव, मेरे गुरु महादेव

जगा जगा महादेव हो जगा महादेव…

वैधनाथ महादेव, विश्वनाथ महादेव

भोलेनाथ महादेव, अमरनाथ महादेव

अघोरेश्वर महादेव, योगेश्वर महादेव

जगा जगा महादेव हो जगा महादेव…

ज्ञान दाता महादेव, दया सागर महादेव

तंत्र दाता महादेव, मंत्र दाता महादेव

जीवन दाता महादेव, मेरे गुरु महादेव

जगा जगा महादेव हो जगा महादेव…

शाश्त्र दाता महादेव, वर दाता महादेव

भोग दाता महादेव, मोक्ष दाता महादेव

दया कर महादेव, कृपा कर महादेव

जगा जगा महादेव हो जगा महादेव…

औघड़ दानी महादेव, महादानी महादेव

घट-घट वासी महादेव, अविनाशी महादेव

दिन बन्धु महादेव, दिन दयालु महादेव

जगा जगा महादेव हो जगा महादेव…

शिव चर्चा भजन

गुरु नाम गुरु नाम गाते चलेंगे,

शिव गुरु है यह बताते चलेंगे |

सबसे बड़ा गुरु हैं नाम हमारे,

हरते रहे हर दुःख दर्द हमारे,

शिव गुरु नाम दोहराते चलेंगे |

शिव गुरु है……. गुरु नाम…….|

दानी बड़े कल्याणी हमारे,

भोग दिये हैं सारे के सारे |

भोग की सीमा घटाते चलेंगे,

शिव गुरु है……. गुरु नाम…….|

तन मन धन सब वारे उन्ही पर,

धीरज धरेंगे कर भरोसा उन्ही पर|

आशीष उनका लेते चलेंगे |

शिव गुरु है……. गुरु नाम…….|

ज्ञान इच्छा के धरोहर वही है,

शम्भू वहीं अघौरोश्वर वहीं है,

जो भी बताएँगे करते चलेंगे|

शिव गुरु है……. गुरु नाम…….|

कृपा दया के सागर वही है,

आदि गुरु है जगत गुरु है,

शरणागत होकर साथ चलेंगे,

शिव गुरु है……. गुरु नाम…….|

बिन गुरु ज्ञान न चारा कोई है,

शिष्यों सभी का नारा यहीं है,

माने न माने जग को कहते चलेंगे|

भोजपुरी शिव भजन

भोजपुरी शिव भजन

सुन ले पुकार गुरु, आया तेरे द्वार शम्भू,

मैं तेरे शिष्य सब कुछ आया हार के |

सुन ले पुकार …………………|       

जीवन संयम सब तेरा, कैसे बताऊँ,

लाख जतन करूँ किनारा नहीं पाऊ |

तेरे दया बिन कैसे तुझ तक मैं आऊं,

सुन ले पुकार …………………|

जगत जटील है गुरु सब ओर अन्धेरा,

अब तुही जानो गुरु कब होगा सबेरा |

तेरे चरण पर निर्भर सब शिष्य तेरा,

सुन ले पुकार …………………|

हे शिव कहाँ और कब तक मैं भटकू,

तेरे दर्शन बिन शिव गुरु कब तक मैं तडपुं |

माया जाल के बंधन से कैसे मैं निकलूँ,

सुन ले पुकार …………………|

भोजपुरी भजन

मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे,

गुरुदेव सांवरिया मेरे, महादेव सांवरिया मेरे |

मेरा कोई ना ……………………|

तुम शिष्यों के हितकारी, गुरु आया शरण तिहारी,

काटो जन्म मरण के फेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे |

मेरा कोई ना ……………………|

तुम युग-युग अन्दर आये, मोहे नींद से गुरु जगाये,

किय दिल के दूर अन्धेरा, गुरुदेव सांवरिया मेरे |

मेरा कोई ना …………………….|

मेरी डिले भंवर से नेईया, गुरु वन जाओ आप खेबैया,

तुझे ढूँढू साँझ सबेरे गुरुदेव सांवरिया मेरे |

मेरा कोई ना ……………………|

शिव गुरु चर्चा भजन

शिव गुरु भजन इन हिंदी

प्रथम देव गुरु देव जगत में और न कोई देव,

गुरु पूजे सब देवन पूजे, गुरु सेवा सब सेवा |

प्रथम देव गुरु………|

गुरु इष्ट, गुरु मन्त्र देवता, गुरु सकल उपचारा |

गुरु तंत्र, गुरु मंत्र गुरु है गुरु सकल संसारा |

प्रथम देव गुरु………|

गुरु आवाहन ध्यान मंत्र है, गुरु पञ्च विधि पूजा |

गुरु पद हावी काव्य गुरु पावक, सकल देव गुरु पूज|

प्रथम देव गुरु………|

गुरु होता गुरु यज्ञ महाराज, गुरु भगवत ईसा |

गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णु सदाशिव, इन्द्र वरुण दिगदोसा|

प्रथम देव गुरु………|

बिन गुरु जग तप दान यज्ञ व्रत, तीरथ फल नहीं दाता,

लक्ष्मी पति नहीं सिद्ध गुरु बिन, वृधा जीवन जग जाता|

प्रथम देव गुरु………|

शिव गुरु चर्चा भजन

गुरुवर तेरे चरणों की, अगर धूल जो मिल जाए सच कहता हूँ गुरुवर, तक़दीर संभल जाए|

सुनता हूँ दया तेरी दिन रात बरसती है

एक बूँद जो मिल जाए, मन की कली खिल जायें|

गुरुवर तेरे चरणों की………

यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ,

जितना इसे समझता उतना ही मचलता है|

गुरुवर तेरे चरणों की………

नज़रों से गिरना न चाहे जो भी सजा देना,

नजरों से जो गिर जायेगा मुश्किल है संभल पाये|

गुरुवर तेरे चरणों की………

फरियाद को सुनने में है कौन सिवा तेरे,

गुरु तुम ना  सुनोगो तो अब किसको सुनना है |

गुरुवर तेरे चरणों की………

निर्गुण शिव गीत

शिव गुरु का भजन भोजपुरी में (निर्गुण)

बलमा को ले गए, पियवा को ले गए

बलमा को ले गए, थानेदार सुनोरे आली

                बलमा को ले गए……..

काम क्रोध मद लोभ सिपाही

बंधे कमर तलवार

बलमा को ले गए मुश्की चढ़ाके

ना गाली ना मार सुनो रे आली

                बलमा को ले गए……..

हित मीतसब उठत बैठत

बाहर कुटुम परिवार

भाई बंधू सब घेर के बैठे

कोई ना जमानतदार, सुनो रे आली

                बलमा को ले गए……..

कहत कबीरा सुनो भाई साधो

तन को किया उद्धार

बालका को हो गए काला पानी

कापर करब सिंगार सुनो रे आली

                बलमा को ले गए……..

निर्गुण शिव भजन

शिव शंकर भोले भोले, शिष्यों के रखवाले,

तुमको लाखों प्रणाम शिव शंकर भोले भोले…

तू जल थल में, तू अम्बर में, तुम्हीं नगर के हर घर घर में

कैलाश पर्वत वाले सर्पो के माला वाले,

तुमको लाखों प्रणाम शिव शंकर भोले भोले…

तुमने यह संसार बनाया सभी तुम्हारी माया छाया

डमरू को बजाने वाले, दुष्टों को मिटने वाले

तुमको लाखों प्रणाम, शिव शंकर भोले भोले…

नार नारी घर घर का प्यारा, दीप तुम्हारा तेल तुम्हारा

है खेल खलाने वाले, त्रिभुवन को बचाने वाले

तुमको लाखो प्रणाम, शिव शंकर भोले भोले…

शिव गुरु का भजन चर्चा

शिव गुरु का भजन चर्चा

गुरु देव दया करके मुझे को ना भुला देना,

महादेव दया करके मुझको अपना लेना |

मैं चरण पड़ा अपने चरणों में जगह देना

गुरुदेव दया…… | महादेव दया…….|

करुणानिधि नाम तेरा, करुणा दिखाओ तुम

सोये हुए भाग्यों का, हे गुरु जगाओ तुम

सोये नाव भवर डोले, उसे पार लगा देना|

            गुरुदेव दया…… | महादेव दया…….|

तुम ज्ञान के सागर हो, शिष्यों का सहारा हो,

इस मन में समाये हो, मुझे प्राणों से प्यार हो |

नित्य दया मांगू तुझसे, मुझ पर दया करना,

गुरुदेव दया…… | महादेव दया…….|

मानव तन तेरा, शिव तुमने बनाया है,

दो दया का दान, मुझे तुम तक आना है |

            गुरुदेव दया…… | महादेव दया…….|

 पापी हूँ या कपटी हूँ, जैसा भी हूँ तेरा हूँ,

घर वार छोड़ कर मैं तेरी चर्चा में आया हूँ |

मैं दुःख का मारा हूँ, मेरे दुखड़े मिटा देना,

            गुरुदेव दया…… | महादेव दया…….|

शिव चर्चा भजन भोजपुरी में

सुरती के डोरिया गगन बीच लागल

लागी गेलई गुरु के स्नेह हो

गुरु रंग रसीय मन हरी लिहलन

जन्म-जन्म के स्नेह हो

सुरती के डोरिया ……………..|

            भव जल नदिया, आगम बहे घरवा,

            सुधि न वार न वाट हो |

            के पार उतरवई हो बाबा,

            गुरु बिना लागे अन्हार हो |

            सुरती के डोरिया ……………..|

सत्य स्वीकृति के नैया हो बाबा,

सुरती के लागल पतवार हो |

पर उतर जैवई नैहिरा बिसर जैवई,

तेजी देवई कुल परिवार हो |

सुरती के डोरिया ……………..|

            गिरी पर्वत पर वहिस्थान हो बाबा,

            यही से समधिया पठवथिन हो |

            औलई समधिया उतरी चालू साजन,

            जैसे होई छई शिव गुरु सत्संग हो |

            सुरती के डोरिया ……………..|

शिव शिष्य मुख मंगल गावल

शब्द परखी चटसार हो

आपनी अपनी गाठ समाहारी बांधो

वहाँ नहीं पईचो उधर हो

सुरती के डोरिया ……………..|

देहाती शिव चर्चा गीत

देहाती शिव चर्चा गीत

शिव चर्चा गुरु पूजा है, ध्यान का आधार है

गुरु चरणों में शीश झुकाओ, मुख से बोलो नमः शिवाय

                                    शिव चर्चा…….

गुरु चरणों से दया की धारा बहती है दिन रात

अपने आपको खाली कर लो भर जायेंगे पात्र

तुम भी हरिद्रनंद बनोगे और बनोगे अनुराग

गुरु चरणों में शीश झुकाओ, मुख से बोलो नमः शिवाय

                                    शिव चर्चा…….

गुरु नहीं तो ऐ मानव तन तेरा है बेकार

कौन करेगा भाव सागर में तेरा बेड़ा पार

भाव सागर तर जायेगा करलो गुरु से प्यार

गुरु चरणों में शीश झुकाओ, मुख से बोलो नमः शिवाय

                                    शिव चर्चा…….

शिव गुरु महादेव का गाना

यूँ अगर आप गुरुवर मुकुर जायेंगे

तो भला हम सा पापी किधर जायेंगे

यूँ अगर आप गुरुवर मुकुर जायेंगे…

          अब तारेंगे नहीं तो ये सब जानिए

          आप का नाम बदनाम कर जायेंगे

          चाहते कुछ हो रिश्वत तो है क्या यहाँ

          हाँ गुनाहों से भंडार भर जायेंगे

          यूँ अगर आप गुरुवर मुकर जायेंगे …

थी नफरत तो घर में बिठाया ही क्यों

जा ये सर गैर के अब ना घर जायेंगे

हैं यकीं बिंदु गर चश्में तर से बहे

तो तुम्हें कर के तर खुद भी तर जायेंगे

यूँ अगर आप गुरुवर मुकर जायेंगे …

          यूँ अगर आप गुरुवर मुकर जायेंगे …

          तो भला हम सा पापी किधर जायेंगे …

शिव गुरु का कीर्तन

हिंदी शिव चर्चा गीत

मैं तो मजबूर हूँ दुनिया के हालातों से

तू तो मजबूर नहीं कोई समां जलाने से

मैं तो मजबूर हूँ दुनिया के हालातों से….

          जिंदगी दी है तो जीने का सहारा देना

          मेरे गमगीन जिंदगी को संवारा होता

          मैं तो मजबूर हूँ दुनियाँ के हालातों से …

खो न जाऊ कहीं दुनिया के इस अँधेरे में

घर की दीवार हिल रही, बैठा हूँ घर के कोने में

मैं तो मजबूर हूँ दुनिया के हालातों से ….

          मैं तो मजबूर हूँ दुनिया के हालातों से …

          तू कोई मजबूर नहीं कोई समां जलाने से

          मैं तो मजबूर हूँ दुनिया के हालातों से …

शिव गुरु का कीर्तन

कर लो अपने गुरु से प्यार अमृत बरसेगा

बरसेगा, बरसेगा, बरसेगा |

कर लो अपने गुरु से प्यार, अमृत बरसेगा |

        दया धर्म ह्रदय में रखना,

        दिन दुखी का सेवा करना |

        करना पर उपकार अमृत बरसेगा

        कर लो अपने गुरु …………|

सच कहो और मीठा बोलो,

ज्ञान पूंजी ह्रदय पठ खोलो

कर लो सबसे प्यार अमृत बरसेगा

कर लो अपने गुरु …………|

        सच्चा प्यार गुरु से करना

        दुनिया के भय से कभी न डरना

        करो ना तुम तकरार अमृत बरसेगा

        कर लो अपने गुरु …………|

शिव गुरु भजन

देहाती शिव चर्चा गीत

रसना बोल रे नमः शिवाय,

जिह्वा बोल रे नमः शिवाय |

ना जाने किस वेश में मिल जायेंगे गुरुदेव

रसना बोल रे नमः शिवाय,

          गुरुवर समाया है हरियालियों में

          वहीं झूमता है झुकी डालियों में

          सुबह बोल रे नमः शिवाय ,

          शाम बोलो रे नमः शिवाय

          रसना बोल रे नमः शिवाय,

चिड़ियों में चहकना उन्ही की है फितरत

फूलों में महकना उन्ही की है आदत

हर पल बोल रे नमः शिवाय

घड़ी-घड़ी बोल रे नमः शिवाय

रसना बोल रे नमः शिवाय,

          रसना बोल रे नमः शिवाय,

          जिह्वा बोल रे नमः शिवाय |

          ना जाने किस वेश में मिल जायेंगे गुरुदेव

          रसना बोल रे नमः शिवाय |

शिव गुरु पर्वत
शिव गुरु महाकाल
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निष्कर्ष

जीवन में संतुलन लाने के लिए शिव को अपनाओ और उनकी भक्ति करो यही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए हर शिव भक्त को चाहिए की वह शिव भक्ति के लिए उपरोक्त बताये हुए गीत को सीखे| शिव के निर्गुण गीत बहुत प्रचलित है जो हिंदी और भोजपुरी का बेजोड़ तालमेल है निर्गुण एक कविता और कहानी का मिश्रित रूप होता है जो सुनने में अच्छा और मधुर लगता है|

शिव भक्ति की प्रस्तुति केवल बाहरी रूप में ही नहीं होना चाहिए वरन इसको बाहर से ज्यादा अंतःकरण में किया जाना चाहिए भक्ति खुद को लाभ देती है अगर इसको दिखावे के रूप में न करके अपनी आत्मा शुद्ध करने के उद्देश्य से किया जाए तो आत्मज्ञान के दरवाजे खोल देता है| अतः “शिव गुरु भजन” को अपने जीवन में उतारें और अपना जीवन कृतार्थ करें इसी मंगल कामना के साथ सबका मंगल और कल्याण हो! शिव की कृपा बनी रही|  

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