srinagar tourist places

श्रीनगर पर्यटन स्थल

Dal Jheel kashmir

Important places in Srinagar

‘श्रीनगर के महत्वपूर्ण स्थान’ भारत का स्वर्ग श्रीनगर है ‘श्रीनगर’ झेलम नदी के दोनों किनारें पर बसा एक सुन्दर शहर है इसकी ऊँचाई समुद्रतल से 1768 मीटर है पाँचवी शताब्दी में मुग़ल शासकों ने इस शहर में खुबसूरत झीलों, बागों, इमारतों का निर्माण कराया था जो भी इन्सान यहाँ आता है उसको ऐसा प्रतीत होता है जैसे वह स्वर्ग में आ गया है यहाँ की फूल-फुलवारी झील विश्व-विख्यात है आगे हम srinagar tourist places की जानकारी विस्तार से बताएँगे|

श्रीनगर कहां है? कश्मीर की राजधानी क्या है?

श्रीनगर कश्मीर में स्थित है और यह कश्मीर की राजधानी है श्रीनगर झीलों, पहाड़ों, बर्फ और अपनी अनुपम प्रकृति सौन्दर्य के लिए प्रसिद्ध है|

श्रीनगर की स्थापना किसने की?

ऐसा माना जाता है की श्रीनगर की स्थापना सम्राट अशोक मौर्य ने की थी मुगलों के पहले यहाँ सिर्फ और सिर्फ हिन्दुओं के मंदिर ही हुआ करते थे लेकिन मुगलों के आने के बाद (भारत में) उन्होंने मस्जिद-मकबरों का निर्माण कराया लोगों को डर से या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया और अपना राज्य स्थापित किया|

श्रीनगर कैसे पहुंचे?

हवाई जहाज से सीधे श्रीनगर जाया जा सकता है श्रीनगर में हवाईअड्डे बने है जो सीधे भारत के अन्य हवाईअड्डे से जुड़ता है|

अगर आप रेलवे द्वारा श्रीनगर जाना जाते है तो निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू है|

जम्मू से श्रीनगर कितना किलोमीटर है?

यहाँ से श्रीनगर की दुरी 252 किलोमीटर है (via National Highway) पहाड़ी रास्ते होने की वजह से श्रीनगर तक कोई रेल मार्ग अभी तक उपलब्ध नहीं है इस दूरी को तय करने के लिए आपको 6 घंटा 10 मिनट से साढ़े छः घंटा लग सकता है|

भारत के हर प्रमुख शहर से जम्मू तक सीधे रेल मार्ग उपलब्ध है दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई यहाँ तक की कन्याकुमारी से सीधे जम्मू तक के लिए रेल सेवा उपलब्ध है|

बस सेवा भी उपलब्ध है क्योंकि श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से प्रमुख शहरों से सीधे तौर पर जुड़ा है|

कश्मीर घूमने का सही समय

srinagar tourist places जाने का सबसे सही समय गर्मी का मौसम ही है इस समय यहाँ का तापमान अधिकतम 30 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री रहता है और सर्दी में यह 0 से -5 डिग्री तक रहता है और बर्फ जमा रहता है इसलिए अपने साथ हमेशा गर्म कपड़े साथ रखें|

श्रीनगर की प्रमुख झील है

डल झील

डल झील श्रीनगर शहर के पूर्व में श्रीधरा पर्वत के नीचे स्थित है यह कश्मीर का सबसे सुन्दर झील में से एक है यह झील 12 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है पहले यह 25 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ था इस झील की सबसे बड़ी खासियत है इसका ‘हाउस बोट’ या शिकारे द्वारा सैलानी पूरी डल झील की सैर करते है और आनंद लेते है|

नगीन झील

यह झील डल झील का ही एक हिस्सा है यहाँ लग्जरी हाउस बोट हैं जिसमे हर तरह की सुविधा उपलद्ध है शहर से मात्र 8 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है इसके अतिरिक्त यहाँ वाटर स्किंग और तैराकी की सुविधा भी उपलद्ध है|

वुल्लर झील

यह झील एशिया का सबसे बड़ा झील है यह झील 125 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है इसमें भी बोट की सुविधा उपलद्ध है यह झील श्रीनगर से लगभग 60 किलोमीटर पर स्थित है इसको महापद्म सार से भी जाना जाता है यह झील मछलियों के लिए और पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है|

कश्मीर में घूमने की जगह

शालीमार बाग

यह कश्मीर का सबसे खुबसूरत बाग है यह बाग डल झील से बिलकुल करीब पर स्थित है इसका निर्माण शहंशाह ने अपनी बेगम नूरजहाँ के लिए करवाया था इस बाग में चिनार के खुबसूरत पेड़ लगे हुए है|

निशात बाग

यह बाग जबखान पहाड़ और डल झील के मध्य में बना है इस बाग का निर्माण आसिफ़ खान जोकि शाहजहाँ की बेग़म नूरजहाँ का भाई था उसने कराया था इस बाग से करीब पर पीरपंजाल पर्वत श्रंखलायें मौजूद है|

चश्मेशाही बाग

यह बाग श्रीनगर में स्थित है इसको पहला मुग़ल बाग माना जाता है यह श्रीनगर के सबसे ऊचें जगह पर स्थित है यहाँ प्राकृतिक झरना भी मौजूद है जो सैलानियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है|

Srinagar tourist places

श्रीनगर का इतिहास और दर्शनीय स्थल

शंकराचार्य मंदिर

इस मंदिर का निर्माण झालुका राजा ने 200 ईसा पूर्व में कराया था आगे चलके मंदिर का निर्माण राजा गोपादत्य द्वारा करवाया गया था कुछ समय के पाश्चात्य डोगरा के महाराजा गुलाब सिंह ने मंदिर में पत्थर की सीढ़ियों का निर्माण करवाया जो लगभग कुल 280 सीढ़ियाँ है (एक मान्यता के अनुसार इसी स्थान पर आदि गुरु शंकराचार्य रुके थे)

इस मंदिर का निर्माण ‘तख़्त-ए-सुलेमानी’ पर्वत पर बना है जहाँ से खड़ा होकर पुरे श्रीनगर को देखा जा सकता है|

सारिका देवी मंदिर

यह मंदिर श्रीनगर के हरी पर्वत के पश्चिमी ढलान पर स्थित है। मंदिर के अंदर माता की 18 भुजाएँ हैं और हिंदू अनुयायियों द्वारा इसे श्रीनगर के पीठासीन देवता के रूप में माना जाता है|

मंदिर की दूरी श्रीनगर से 25 किलोमीटर है यह एक बहुत ही प्रचलित मंदिर है कश्मीर में प्रवित्र अमरनाथ गुफा के बाद दूसरा सबसे प्रसिद्ध स्थान सारिका देवी मंदिर ही है| सारिका देवी मंदिर srinagar tourist places में से एक हैं|  

हरी पर्वत किला

यह पर्वत श्रीनगर के शरीका पर्वत पर स्थित है| इसका निर्माण अता मुहम्मद खान ने करवाया था लेकिन आगे चलके सम्राट अकबर ने इस किला का चारदीवारी का निर्माण करवाया| इस किले के चारों तरफ बादाम के बाग लगे हुए हैं जो सैलानियों को अपने और आकर्षित कर लेती है यह किला पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आता है|

हजरतबल दरगाह

हजरतबल दरगाह सफ़ेद संगमरमर के पत्थर से बना हुआ है यह दरगाह डल झील के पश्चिमी किनारे पर निशात बाग के सामने स्थित है हजरतबल का दरगाह कश्मीर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है इस दरगाह में हजरत मोहम्मद सहाब की निशानी के तौर पर उनका एक बाल सुरक्षित रखा हुआ है जिसको देखने हजारों के संख्या में लोग देखने आते हैं|

पत्थर मस्जिद

शहर से मात्र 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित पत्थर मस्जिद का निर्माण नूरजहाँ ने सन 1623 ई० में कराया था इस मस्जिद की खासियत यह है की इसका निर्माण पूरी तरह पत्थर से कराया गया था इसलिए इसको पत्थर मस्जिद कहा जाता है|

शाह हमदान मस्जिद

इस मस्जिद को श्रीनगर की सबसे पुरानी मस्जिद कहा जाता है यह मस्जिद श्रीनगर में ही है यह मस्जिद झेलम नदी की किनारे पर स्थित है मस्जिद में जाने के लिए शिकारे या बोट या नाव के द्वारा पहुँचा जाता है|

श्रीनगर में घूमने की जगह

परी महल या पीर महल

यह महल मुगलों के पहले बौद्धों का मठ हुआ करता था| श्रीनगर से परी महल की दूरी लगभग 11 किलोमीटर है| यह प्रकृति के गोद में बसा एक खुबसूरत स्थान है इसके बगल में डल झील मौजूद है पहाड़ो के बीच स्थित होने के कारण और इसके खूबसूरती से प्रभावित होने के कारण इसका नाम परी महल पड़ा|

चरार-ए-शरीफ

यह दरगाह एक प्रसिद्ध सूफी संत शेख नूरुद्दीन की दरगाह है इस दरगाह को नन्द ऋषि के नाम से भी जाना जाता है इस स्थान को 600 वर्ष पहले मुस्लिम सूफी संत शेख नूरुद्दीन वली के सम्मान में बनाया गया था|

अहरबल

अहरबल श्रीनगर से 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है अहरबल समुद्रतल से 2400 मीटर पर है इस ऊँचाई से यहाँ स्थित झरना को देखने सैलानी बहुत दूर-दूर से खीचें चले आतें है|

श्रीनगर शहर के दर्शनीय स्थल की जानकारी

मट्टन

श्रीनगर से 61 किलोमीटर दूर स्थित मट्टन हिन्दुओं के लिए एक पवित्र स्थान है यहाँ बहुत से शिव मंदिर और अन्य देवी-देवताओं का मंदिर है यहाँ एक बहुत ही खुबसूरत झरना है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने का कारण भी है यह प्राकृतिक का अनूठा नमूना है और लोग इस प्राकृतिक सोन्दर्य को देख अपने आप ही इस ओर खीचें चले आते है|

वेरीनाग

वेरीनाग श्रीनगर से 80 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है और यह झेलम नदी का उदगम पर है यह स्थान पूरी तरह से प्राकृतिक रूप में विद्यमान है यहाँ का शांत वातावरण अपनी अदुतीय सौन्दर्य लोगों को अपनी और अनायास ही खींच लेता है यहाँ का शांत वातावरण पर्यटकों को यहाँ आने के लिए प्रेरित करता है|

Gurmarg

जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल

गुलमर्ग यात्रा

श्रीनगर(कश्मीर) का सबसे प्रसिद्ध टूरिस्ट स्थान में से सबसे प्रमुख स्थान गुलमर्ग ही है श्रीनगर से इसकी दुरी लगभग 50 किलोमीटर है और समुद्रतल से इसकी ऊँचाई 3000 किलोमीटर है|

गुलमर्ग में घूमने की जगह बहुत सारे है|

गुलमर्ग को ‘फूलों की घाटी’ भी कहा जाता है यहाँ के रंग बिरंगे फूल इसकी खूबसूरती को चार चाँद लगा देते है यहाँ सबसे ज्यादा सैलानी घुमने आते हैं यहाँ की आइस-स्कींग, ग्लाइडिंग, गोल्फ और बर्फ से जुड़े और भी कई खेल उपलब्ध है जिसमे भाग लेकर लोग आनंदित होते हैं और उनके लिए यह एक यादगार पल होता है|

गुलमर्ग जाने का सही समय – बरसात छोड़ कभी भी आप आ सकते है|

पहलगाम

शांत, मनमोहक और खुबसूरत पर्यटक स्थल पहलगाम यह कश्मीर का सबसे बेहतरीन स्थान इसकी श्रीनगर से दुरी लगभग 100 किलोमीटर है समुद्रतल से इसकी ऊँचाई 22 सौ मीटर है यहाँ कई झील मौजूद है यही इसका मुख्य आकर्षण का केंद्रबिंदु है यहाँ स्थित शेषनाग झील और लद्दर नदी अपने खुबसूरत रूप में बहती है लोग पहलगाम से ही अमरनाथ की यात्रा प्रारम्भ करते हैं आगे चलके लगभग 16 किलोमीटर चन्दनवाड़ी पड़ता है वहाँ से आगे की चढाई प्रारम्भ होती है|

श्रीनगर में बाहर से आए टूरिस्ट कहां रहते हैं? श्रीनगर में बाहर से आये टूरिस्ट के लिए अच्छी लक्ज़री होटल्स, बोट होटल और रेस्टुरेंट है राज्य सरकार के तरफ से भी अच्छी व्यवस्था की गयी है यह राजस्व का एक अच्छा श्रोत है|

सोनमर्ग में घूमने वाली जगह

कश्मीर को ऐसे ही नहीं स्वर्ग कहा जाता है सोनमर्ग या सोनामार्ग एक ऐसा स्थान है जिसे सोने की घाटी कहा जाता है यहाँ सब कुछ सोने जैसे दिखता है श्रीनगर से सोनमर्ग की दुरी 80 किलोमीटर है और इसकी समद्रतल से ऊँचाई 3000 मीटर है इसीलिए

श्रीनगर का सबसे ऊंचा स्थान है – सोनमर्ग

सोनमर्ग को लद्दाख का प्रवेशद्वार भी कहा जाता है क्योंकि यहीं से लद्दाख में प्रवेश किया जाता है यहाँ से बर्फीली पहाड़ी शुरु होती है|

गुलमर्ग, सोनमर्ग. पहलगाम आदि यह सभी srinagar tourist places में से एक हैं|

श्रीनगर में प्रसिद्ध जगह

अच्छाबल

यह स्थल श्रीनगर से 58 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है इसे नूरजहाँ से बनवाया था यहाँ मुगलों द्वारा बहुत से बाग का निर्माण कराया गया था जो आज भी मौजूद है जिसको देखने के लिए पर्यटक बहुत दूर-दूर से देखने आते है इस स्थान को “प्लेसेस ऑफ़ द प्रिंसेस” के नाम से भी जाना जाता है| एक बेहतरीन स्थान Srinagar tourist places में से एक है|

कोकरनाग

कोकरनाग स्थल श्रीनगर से 70 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है यह स्थान पहाड़ो से घिरा है जहाँ खुबसूरत-खुबसूरत झरने पर्वतों से देखें जा सकते हैं और निश्चित रूप से यह पर्यटकों का मन मोह लेनेवाले स्थान है इसलिए यह एक महत्वपूर्ण स्थान है|

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