Delhi tourist places

Delhi tourist places

Delhi tourist places

दिल्ली पर्यटन स्थल

संक्षिप्त परिचय

भारत घुमने के लिए सबसे पहले दिल्ली से ही शुरुआत करना चाहिए नई दिल्ली भारत की राजधानी है और भारत के सबसे महत्वपूर्ण स्थान यहीं पर मौजूद है यहीं पर हिंदुस्तान का संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, लाल किला आदि सब महत्वपूर्ण स्मारक है|

जैसे-जैसे आप आगे पढ़ते जायेंगे दिल्ली पर्यटन स्थल “Delhi tourist places” की सम्पूर्ण और सही जानकारी प्राप्त कर पाएंगे जिससे दिल्ली घुमने में आपको मदत मिल (एक प्रकार से complete guide मिल सके)

बहुत से लोगों का सवाल होता है की दिल्ली पर्यटन पैकेज का जानकारी कैसे मिल सकता है? या दिल्ली की प्रसिद्ध इमारतें कहाँ-कहाँ है? या दिल्ली के दर्शनीय स्थल के बारे में जानकारी कहाँ से प्राप्त किया जा सकता है? इन्हीं सब जानकारी के उद्देश्य के लिए हमने एक सफल प्रयास किया है उम्मीद है हमारा यह रिसर्च आपके जिज्ञासा को शांत करने में सहायक सिद्ध होगा|

विस्तार से जाने

Delhi tourist places” एक ऐसा स्थल जो भारत का सबसे प्रसिद्ध स्थान है “नई दिल्ली” भारत की राजधानी भी है और साथ ही साथ घुमने के लिए एक बेहतरीन “दिल्ली पर्यटन स्थल” भी है| दिल्ली यमुना नदी के किनारे बसा एक खुबसूरत शहर है इसे भारत का “दिल” भी कहा जाता है दिल्ली में देश-विदेश के नागरिक निवास करते है यहाँ सब देशो के दूतावास तथा हाई कमीशन के कार्यालय मिल जायेंगे यह एक “महानगर” है|

दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा Delhi tourist places को घुमने के लिए “दिल्ली पर्यटन पैकेज” भी उपलब्ध है जिसका लाभ उठाया जा सकता है दिल्ली को बहुत खुबसूरत ढंग से विकसित किया गया है दिल्ली को बसाने में मुग़ल शासकों और अंग्रेजों का बहुत बड़ा योगदान रहा है 15वीं से 17वीं शताब्दी के मध्य मुगलों का शासन रहा उस द्वारन उन्होंने यहाँ बहुत से किले-मकबरों का निर्माण करवाया आगे चलके ईस्ट इंडिया कंपनी (अंग्रेजों) का शासन रहा उन्होंने भारत को आधुनिकीकरण करने में योगदान दिया हालांकि उनकी नीति हमेशा से “फूट डालो और राज करो” में रहा|

मुगलों के शासनकाल में मुगलों ने भारत की संस्कृति को खत्म करने के लिए हिन्दुओं के मंदिरों को नष्ट किया और जिन मंदिरों को नहीं तोड़ पायें उस मंदिर से सटा कर मस्जिद का निर्माण करवा दिया उदहारण के लिए अयोध्या राम जन्मभूमि, काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर, मथुरा श्री कृष्ण मंदिर आदि|

Delhi tourist places को विकसित करने के लिए दिल्ली पर्यटन विभाग का बहुत बड़ा योगदान रहा है चिल्ड्रन पार्क दिल्ली बच्चो के साथ घुमने का एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है जिसके वजह से देश-विदेश के पर्यटक भारत के स्वर्णिम इतिहास को देखने खींचे चले आते हैं|

दिल्ली घूमने के लिए बस की व्यवस्था, दिल्ली पर्यटन विभाग, Delhi Darshan DTC bus या Delhi Darshan Government bus  या 1 day Delhi Tour by bus द्वारा किया जा सकता है इसके अलावा प्राइवेट बसें भी उपलब्ध है जिसका लाभ उठाया जा सकता है| “दिल्ली नाईट क्लब” का भी मजा लिया जा सकता है लेकिन यह काफी महंगा होता है|

दिल्ली का इतिहास

11वीं शताब्दी में हिन्दू राजा तोमर वंश के राजपूत सम्राट द्वारा दिल्ली की स्थापना की गई उनके बाद चौहान राजाओं का शासन रहा जिसमे पृथ्वीराज चौहान प्रमुख थे सन 1192 ई० में मोहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज को लड़ाई में हराने के बाद उनको मौत के घाट उतार दिया गया फिर मुगलों द्वारा लगभग 600 सालों तक भारत पर शासन किया मुगलों के अंतिम शासक थे बहादुरशाह जफ़र इनको अंग्रेजो ने गद्दी से हटा कर दिल्ली में ब्रिटिश साम्राज्य स्थापित किया|

भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 ई० में हुई थी इसके बाद से ही अंग्रेज भारत में अपना पैर फैलाने लगे अंग्रेजो द्वारा सन 1912 में कलकात्ता(कोलकाता) को राजधानी घोषित किया (दिल्ली के बजाय), यहाँ निवास के द्वारन जोर्ज पंचम को यह लगा की दिल्ली से भारत का शासन बेहतर ढंग से चलाया जा सकता है इसके बाद 12 फरवरी 1921 को संसद भवन का आधारशिला रखा गया जो 6 वर्षो में 83 लाख रूपए में बनकर तैयार हुआ इसको सन 1927 को आयोजित किया गया|

भारत का संविधान सभा ने 26 नवम्बर 1949 में संविधान प्रारूप बना लेकिन इसको लागु सन 26 जनवरी 1950 को लागु हुआ और तभी से भारत का संविधान चल रहा है|

दिल्ली कैसे पहुँचे?

दिल्ली “Delhi tourist places” कैसे पहुँच? दिल्ली आना सबसे आसान है Airplane द्वारा आप किसी भी देश से आसानी से आ सकते हैं दिल्ली में दो हवाईअड्डा है पहला पालम एअरपोर्ट दूसरा इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एअरपोर्ट यह दुनिया के हर हवाईअड्डे से जुड़ा है|

दिल्ली पहुँचने के लिए रेलमार्ग सबसे आसान और किफ़ायत है दिल्ली हिंदुस्तान के हर प्रान्त, शहर, नगर, महानगर क़स्बा हर क्षेत्र से जुड़ा है हर ट्रेन यहाँ तक जरुर आता है या लिंक जरुर बना देता है|

दिल्ली को जोड़ने वाले सड़क मार्ग एक अच्छा मार्ग है नेशनल हाईवे अन्य हाईवे और स्टेट हाईवे से जुड़ा है अतः कोई भी बड़ी ही आसानी से “Delhi tourist places” पहुँचे सकता है| “दिल्ली में घूमने वाली जगह के नाम” पुरे विस्तार के साथ नीचे वर्णित किया जा रहा है|

दिल्ली दर्शन

लाल किला

लाल किला को मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया इसका कार्य 1638 में प्रारम्भ हुआ और सन 1648 में बनकर पूर्ण हुआ यह किला 2 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है कोई भी इसको एक दिन में पूरा नहीं घूम पाता यह लाल पत्थर का बना है इसमें दीवाने-ए-खास, दीवाने-ए-आम, मस्जिद, शाही स्नान गृह, रंगमहल, शस्त्रगाह, संग्रहालय, मुगलकालीन वस्त्रालय, चित्रकलाओं का नमूना है| यह किला दिल्ली की शान है| इसी लालकिले के प्राचीर से भारत के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को हर साल भाषण देते है इसी स्थान पर खालिस्तानियों द्वारा अपना पीला झंडा 26 january 2021 के दिन किसान आन्दोलन के नाम पर फैराया गया था (ट्रेक्टर रैली के द्वारन)|

पुराना किला

दिल्ली के इस पुराने किले का सम्बंध महाभारत काल से लगाया जाता है यह एक पौराणिक बात है माना जाता है इसको पांडवों द्वारा बनाया गया था लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं है शेरशाह सूरी के आने के बाद इस महल को दोबारा मरम्मत करवाया गया और अपना निवास स्थान बनवाया दूसरी तरफ सन 1540 ई० में हुमायूँ द्वारा इसपर कब्ज़ा कर लिया गया उसने इस किले का मरम्मत करवाकर अपना निवास स्थान बनवाया इस किले की दीवारों की ऊँचाई 18 मीटर है और लगभग 2 किलोमीटर तक फैला है इसमें प्रवेश के 3 बड़े-बड़े दरवाजे हैं जिनके नाम हैं – बड़ा दरवाज़ा, हुमायूँ दरवाजा और तलिकी दरवाजा|

Humayun’s Tomb, Nizamuddin

दिल्ली की प्रसिद्ध इमारत कौन सी है

जामा मस्जिद

जामा मस्जिद सन 1656 ई० में बनकर तैयार हुआ था यह बिलकुल लाल किले के सामने स्थित है इसे मुग़ल शाषक शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया (शाहजहाँ का वजीर सदाउल्लाह खान के देखरेख में बनवाया गया) यह 40 मीटर ऊँचा है 27 मीटर चौड़ा है इसमें 3 गुम्बज है और लगभग 25,000 लोग एक साथ नमाज़ अदा कर सकते है यह मस्जिद भारत के सबसे बड़े मस्जिदों में से एक है यह पुरानी दिल्ली चांदनी चौक पर स्थित है|

निजामुद्दीन का मकबरा

इस मकबरे का निर्माण मोहम्मद बिन तुगलक द्वारा हजरत निजामुद्दीन औलिया की मृत्यु 3 अप्रैल 1325 के बाद उनकी याद में करवाया था निजामुद्दीन एक संत, फ़क़ीर और धर्म प्रवर्तक थे यह चिस्ती संप्रदाय के चौथे संत थे इनके गुरु बाबा फ़रीद थे निजामुद्दीन औलिया एक सूफी संत थे और वह अमीर खुसरो के गुरु थे हजरत निजामुदीन रेलवे स्टेशन बना है जगह का नाम भी इन्ही के नाम पर है|

दिल्ली की प्रसिद्ध इमारत कौन सी है

सफदरजंग का मकबरा

सन 1754 ई० में नवाब शुजादुल्लाह द्वारा अपने शक्तिशाली और कुशल प्रधानमंत्री के याद में इस किले का निर्माण करवाया था इस किले में सफदरजंग और उनकी बेगम का कब्र है इसमें कई मण्डप है जिसको जंगल महल, मोती महल, बादशाह पसंद आदि नामो से जाना जाता है|

तुगलकाबाद का किला

इस किले का निर्माण सन 1321 ई० में गयासुद्दीन तुगलक द्वारा करवाया गया था इस किले में 13 दरवाजे हैं कुल 7 तालाब और एक कुआँ है जिसकी गहराई 80 फीट गहरा है यह खंडहर हो गया है लेकिन फिर भी एक अच्छा “Delhi tourist places” में से एक पर्यटन स्थल है|

फिरोजशाह कोटला

सन 1354 में सम्राट फिरोजशाह तुगलक द्वारा इसका निर्माण करवाया गया तुगलकाबाद में पानी की कमी के कारण इस किले को दिल्ली (फिरोजाबाद) में बनवाया गया था कोटला का अर्थ होता है किला या गढ़ यहाँ पर 36 फूट और 8 इंच लम्बा अशोक स्तंभ भी मौजूद है और चारों ओर से 30 फूट ऊँची दीवार बनाया गया है|

दिल्ली कैसे घूमे

Qutub minar new delhi

कुतुब मीनार

कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा सन 1193 ई० में शरू किया लेकिन कुछ समय पश्चात उसकी मृत्यु हो जाती है फिर इसको इल्तुतमिश द्वारा कार्य प्रारम्भ किया गया लेकिन 3 मंजिल पूरी होने पर इसमें आग लगने के कारण इसको रोक दिया गया आगे चलके इसका पूर्ण निर्माण फिरोज शाह तुगलक द्वारा कराया गया यह एक बेहतरीन मीनार है इसके सामने एक लौह स्तंभ है जिसमे आज तक जंग नहीं लग सका इसको राजा चन्द्र द्वारा बनाया गया| 

एक मान्यता के अनुसार इस मीनार को विष्णु स्तंभ कहा जाता है इसको सम्राट चन्द्रगुप्त के काल में वराहमिहिर (खगोलशास्त्री) द्वारा बनाया गया| इसको जिसने भी बनाया लेकिन यह एक बेहतरीन कला का अनूठा आश्चर्य है और एक अच्छा पर्यटक और रमणीक स्थल है यह एक अच्छा और बेहतरीन Delhi tourist places open है|  

Jantar Mantar new delhi

जंतर-मंतर

दिल्ली के संसद मार्ग पर स्थित यह एक बेहतरीन यन्त्र है इसको ऑब्जरवेशन सेण्टर कहा जाता है| यह एक ऐसा यन्त्र है जिससे समय की गणना की जा सकती है ग्रह-नक्षत्र उसकी गति सब कुछ समझा जा सकता है यह एक फार्मूला है जिसके मदत से समय का सही और सठीक जानकारी प्राप्त किया जा सकता है|

जंतर मंतर का निर्माण सन 1724 में जयपुर के राजा सवाई जयसिंह द्वारा करवाया गया यह स्थल विज्ञानिकों का एक शोधस्थल है यह स्थान विज्ञानिक, ऐतिहासिक और जोतिषियों का शोध स्थल है जहाँ जोतिष अपने ग्रहों के चाल के मुताबित अमावश्या पूर्णिमा आदि चीजो की गणना करते है और अनुमान लगाते है इसे वेधशाला भी कहा जाता है अतः यह एक बेहतरीन Delhi tourist places है|  

दिल्ली के हिन्दू मंदिर

New Delhi India Gate

इंडिया गेट

दिल्ली का इंडिया गेट पुरे विश्व में प्रसिद्ध है यह स्मारक दुसरे विश्वयुद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के याद में बनाया गया स्मारक है इसका आधारशिला 1921 में अंग्रेज हिज रॉयल हईनेस और उनके सहयोगी(एडविन लुटियन) द्वारा बनवाया गया यह 42 मीटर ऊँचा है इस गेट पर युद्ध में शहीद हुए अपने जवानों के नाम अंकित किया गया है बगल में पर्यटक नौका विहार का आनंद उठा सकते हैं रात को इंडिया गेट लाल रंग के रोशनी में और भी ज्यादा निखर जाता है|

Birla temple

बिरला मंदिर

कनौट प्लेस से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिरला मंदिर को लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है इसका निर्माण एक प्रसिद्ध उद्योगपति बिरला द्वारा सन 1938 ई० में करवाया गया था यह प्रसिद्ध भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी का मंदिर है साथ ही साथ इस भव्य मंदिर में वीर हनुमान, श्री गणेश, ब्रम्हा जी, साईबाबा और अन्य देवी देता की मूर्ति भी उपस्थित है| शाम को लाइटिंग द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन किया जाता है|

दिल्ली के पास सबसे अच्छा हिल स्टेशन

दिल्ली के पास कोई हिल स्टेशन नहीं है जो भी हिल स्टेशन है वह 270 किलोमीटर दूर या इसके ऊपर ही है जैसे:

(लांस डाउन 270 km दूर है)

(कंगोजोड़ी 275 km दूर है)

(मसूरी 280 km दूर है)

(नैनीताल 285 km दूर है)

(भीमताल 300 km दूर है)

(रानीखेत 335 km दूर है)

(शिमला 360 km दूर है )

(अल्मोड़ा 380 km दूर है )

आदि (सबकी दूरी दिल्ली से है) इसलिए इन “Delhi tourist places” पर जाकर आपको आत्मिक शांति प्राप्त होगी ऐसा मेरा विश्वास है|   

दिल्ली में घूमने की जगह

Lotus temple new delhi

काली मंदिर (कालकाजी मंदिर)

यह Delhi tourist places एक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है इसे कालकाजी मंदिर भी कहा जाता है यह मंदिर देवी शक्ति के रूप को समर्पित है इसको ‘जयंती पीठा’ या ‘मनोकामना सिद्ध पीठा’ के रूप में भी जाना जाता है यह मंदिर अरवली पर्वत (सूर्यकुट्टा) नामक स्थान पर स्थित है|

लोटस टेम्पल

(कमल मंदिर) कालकाजी मंदिर के पास में नेहरु प्लेस से कुछ कदम की दूरी पर स्थित है इस मंदिर का निर्माण 1986 को संपन हुआ इसका आकर कमल के पंखुड़ी के आकर का है जो पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित करता है यह एक बहाई उपासना मंदिर है लेकिन इसमें कोई मूर्ति नहीं है लोग यहाँ शांति के लिए आते हैं यह एक अच्छा “Delhi tourist places” में से एक है और इसके आकृति से प्रभावित होकर लोग इसके भव्यता को देखने आते हैं|

भारत के दर्शनीय स्थल

योगमाया का मंदिर

युधिष्ठिर द्वारा योगमाया मंदिर का निर्माण करवाया गया था यह मंदिर महरौली में स्थित है यह एक शक्ति पीठ है योगमाया को भगवान श्री कृष्ण की बहन भी माना जाता है उन्हें विन्धावासिनी के नाम से भी जाना जाता है माना जाता है की जब योगमाया का जन्म हुआ तो कंस उनको पकड़कर मारना चाहा तो वह छटक के आसमान में चली गई और माता ने वहीं से कहा की गोकुल में श्री कृष्ण के रूप में जन्म लेंगे और तेरा संहार करेंगे यह मंदिर माता योगमाया को समर्पित है|

कात्यायनी मंदिर

यह मंदिर गुडगाँव महरौली मार्ग के पास छत्तरपुर में स्थित है इसकी स्थापना 1974 में बाबा संत नागपाल द्वारा कराया गया था मंदिर आकर्षक भव्य के साथ-साथ विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है इस मंदिर को सफ़ेद संगमरमर से दक्षिणी शैली में बनाया गया है यह दुर्गा माता का मंदिर है साथ ही साथ यहाँ भगवान विष्णु, शिव, राम, हनुमान, गणेश आदि देवी-देवता के मूर्ति है नवरात्रि में यहाँ विशेष पूजा अर्चना किया जाता है पर्यटकों के दर्शन के लिए यह एक उपयुक्त स्थान है|  

इंडिया में घूमने की जगह

Rashtrapati bhawan

राष्ट्रीय संग्रहालय

राष्ट्रपति भवन के समीप स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय का नींव सन 1958 में पंडित जवारलाल नेहरु द्वारा रखा गया और यह सन 1946 में बनके तैयार हो गया इसका उद्घाटन 15 अगस्त 1949 को भारत के गवर्नर जनरल श्री आर सी राजगोपालाचारी द्वारा किया गया उस संग्रहालय में पत्थर धातु और कुछ विशेष प्रकार की लकड़ियों का प्रयोग किया गया इन पर की गई नक्काशी देखने लायक है|

राष्ट्रपति भवन

कनौट प्लेस से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राष्ट्रपति भवन का निर्माण कार्य सन 1912 में प्रारम्भ हुआ और सन 1931 में बन के तैयार हुआ सन 1950 से पहले तक इसको वाईसरॉय हाउस बोला जाता है आजादी के बाद इसको राष्ट्रपति भवन बोला जाने लगा और यह राष्ट्रपति का सरकारी आवास होता है इस भवन में कुल 340 कमरें है भवन के पीछे खुबसूरत मुग़ल गार्डन है जिसमे तरह-तरह के फूल हैं अकेले गुलाब के 250 किस्में मौजूद है मुग़ल गार्डन की कल्पना लेडी होर्डिंग की सोच थी जिस वजह से इसका निर्माण कराया गया| भवन को पत्थर चुना से बनाया गया जिसमे लोहे का प्रयोग ना के बराबर किया गया है|

दिल्ली में घूमने की जगह कहां-कहां है

तीनमूर्ति भवन

किसी समय यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी का आवास स्थान होता था उनके मृत्यु के पश्चात इसको संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया आगे चलके इसको पर्यटकों के लिए खोल दिया गया| इस भवन में 30 हजार से अधिक पुस्तकें है इसमें तारामंडल है जहाँ अन्तरिक्ष संबंधित कार्य देखे और चलाई जाती है| यह भवन एक चौराहे पर स्थित है जहाँ तीन सिपाही(मूर्ति) तीन दिशाओं में मुँह किये हुए है इसलिए इसका नाम तीनमूर्ति पड़ा|

राजघाट

सन 31 जनवरी 1948 महात्मा गाँधी हत्या के बाद इस स्थल का निर्माण कराया गया जहाँ उनकी समाधि बनी हुई है महात्मा गाँधी बहुत ही साधारण जीवन जीते थे यहाँ कुछ ही दूरी पर पंडित जवारलाल नेहरु का समाधि शांति वन, लाल बहादुर शास्त्री जी का समाधि विजय घाट, श्रीमती इंदिरा गाँधी जी का समाधि शक्ति स्थल व् अन्य लोगों का समाधि स्थल देखने योग्य बना है फूल-उपवन-बाग से भरा यह स्थल पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है|

संसद भवन(पुराना)

भारत के संसद भवन का निर्माण अंग्रेजो द्वारा सन  1921-1927 में करवाया गया था यह 6 एकड़ में फैला एक खुबसूरत विशाल वृत्ताकार भवन है भवन के बारह दरवाजे हैं यह भवन भारतीय वास्तुकला पर आधारित है सन 1947 में अंग्रेजो द्वारा भारतियों को लिखित रूप से यह संसद हस्तांतरित किया गया|

संसद भवन(नया)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 10 दिसम्बर 2020 को नई संसद का शिलान्यास किया गया यह एक तिकोना ईमारत है| नया संसद भवन बनाने के पीछे का क्या कारण है? संसद के बढ़ते कामकाज को देखते हुए और आधुनिक सुविधाओं की कमी के कारण इसकी जरुरत पड़ी|

दिल्ली के पास पर्यटन स्थल

डॉल्स म्यूजियम

दिल्ली के बहादुरशाह जफ़र मार्ग पर स्थित इस  म्यूजियम की स्थापना एक मशहूर कार्टूनिस्ट शंकर पिल्लै द्वारा सन 30 नवम्बर 1965 में किया गया यहाँ देश-विदेश के लगभग 100 हजार गुड्डा-गुड़ियों का संग्रह है इसमें पुरे विश्व भर के अमेरिका, एशिया, अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड ऑस्ट्रेलिया आदि देशो के गुड्डे-गुडियों का संग्रह है| यह एक अच्छा “Delhi tourist places” में से एक है जहाँ आपको पुरे दुनिया का गुड्डे-गुडियों का संग्रह देखने को मिलेगा|

प्रगति मैदान

हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह दिल्ली की शान है यह नेशनल-इंटरनेशनल प्रदर्शिनियो का केंद्र है जहाँ दुनिया का हर प्रकार का सामान मिल जाता है हर राज्य का अपना अलग मण्डप होता है यहाँ प्रतिवर्ष नवम्बर से मेला लगता है जिसे India International Trade fair, Book fair नाम से जाना जाता है|

मेट्रो रेल

सन 1995 में भारत सरकार और दिल्ली सरकार के संयुक्त प्रयास से दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन DMRC नामक कंपनी का शुरुआत किया गया| दिल्ली मेट्रो रेल की शरुआत 24 दिसम्बर 2002 को शहादरा तीस हजारी लाइन से हुई| इसको दक्षिण कोरिया की कंपनी ROTEM द्वारा निर्माण किया गया|

दिल्ली घुमने वाले मेट्रो का सफ़र जरुर करते है यह दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड द्वारा संचालित किया जाता है|

दिल्ली में बच्चों की घूमने की जगह

अप्पू घर

दिल्ली में अप्पूघर साइबर सिटी सेक्टर 29 में नया बनाया गया इसके पहले यह इंदिरा गाँधी के पहल पर 19 नवम्बर 1984 में बनाया गया और प्रधानमंत्री राजीव गाँधी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया 24 साल बाद लीज़ 2008 खत्म होने के कारण इसको बंद कर दिया गया सुप्रीमकोर्ट द्वारा जमीन का नवीनीकरण करके अप्पूघर को साइबर सिटी सेक्टर 29 में हस्तांतरित कर दिया गया यह स्थान पुरे परिवार के साथ घुमने का सबसे बेहतरीन स्थान है इसलिय जो दिल्ली आता है वह यहाँ जरुर आता है|

चिड़िया घर

यह मथुरा रोड पुराना किला के पास है दिल्ली के चिड़िया घर को जुओलाजिकल पार्क भी कहते है इसका निर्माण सन 1959 में 71 हेक्टेयर इलाके के जमीन में किया गया है यहाँ हर प्रकार के जीव-जंतु पशु-पक्षी मौजूद है घड़ियाल, साँप, हाथी, गेंडा, शेर, भालू, हिरण, सफ़ेद टाइगर आदि दुर्लभ जानवर देखने को मिल जाते हैं गर्मियों में यह 8 बजे और शर्दियों में यह 9 बजे खुलता है|

Akshardham temple new delhi

दिल्ली घूमने की जगह लिस्ट

अक्षरधाम मंदिर

इस अद्भुत मंदिर का निर्माण स्वामी नारायण की पुण्य स्मृति में बनाया गया| 6 नवम्बर 2005 में इसका उदहारण हुआ और जनता को दो दिन बाद दर्शन के लिए खोल दिया गया यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़े क्षेत्रफल लगभग 100 एकड़ में फैला है इस वजह से इस मंदिर को गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स पुरुष्कार भी प्राप्त हुआ है|

मंदिर में 20 हजार मूर्तियाँ हैं मंदिर में उच्च सरंचना में 234 नक्काशीदार खम्बा लगा है 9 नक्काशीदार गुम्बज है मंदिर में ऋषियों और संतों की मूर्तियाँ स्थापित है|   

लोधी गार्डन

लोधी गार्डन एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है जहाँ जाकर आप एक अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं इस गार्डन में मोहम्मद शाह द्वारा बनवाया मकबरा मौजूद है एक बड़ा शीशे का गुम्बद साथ ही साथ सिकंदर शाही मकबरा नाम की चार इमारतें हैं जो आज भी अपने उसी रूप में उपस्थित है यह स्थान अपने मकबरें और यहाँ मौजूद फूलों के बगीचे जिसमे हर प्रकार के गुलाब, चमेली, गेंदा आदि अन्य प्रकार के फूलो के लिए प्रसिद्ध है|  

IT HUB IN INDIA
कनौट प्लेस

यह दिल्ली का (IT HUB) है यानि यहाँ कंप्यूटर से जुड़ा हर प्रकार का सामान बड़े ही आसानी से मिल जाता है इसको अंग्रेजो द्वारा 1920 में करवाया गया यहाँ खरीदारी के लिए दुकाने ही दुकाने हैं जहाँ हर प्रकार की वस्तु मिल जाती है खानपान की उत्तम व्यवस्था है मोलभाव करके ही सामान को खरीदना चाहिए अन्यथा दुकानदार द्वारा ठगे जा सकतें हैं|

चांदनी चौक

पुरानी दिल्ली में स्थित चांदनी चौक जामा मस्जिद के पास है यह एक बहुत बड़ा बाजार है जहाँ हर प्रकार का सामान थोक-फुटकर उपलब्ध है बाजार से समीप एक पार्क है जिसे कंपनी गार्डन के नाम से जाना जाता है यहाँ खानपान की बेहतरीन सुविधा है यहाँ चाट-पकोड़े, जलेबी, दही, आइस-स्क्रीम, पराठेवाली गली मशहूर है यहाँ कपड़ा, मोबाइल हर चीज की होल सेल मार्केट है साथ ही साथ पुराने सामानों का सबसे बड़ा मार्केट भी है जहाँ सामान किफायती दाम में ख़रीदा जा सकता है|

गुड़गांव में घूमने की जगह
सोहना

यह स्थल गुडगांव के पास स्थित एक पिकनिक स्पॉट है यहाँ एक सरोवर है जिसका पानी हमेशा गर्म ही रहता है यहाँ तक की सर्दियों के मौसम में भी गर्म ही रहता है यहाँ स्थित पहाड़ों को देख लोग आकर्षित होते हैं पिकनिक के लिए यह एक बेहतरीन स्थान है|  

दमदमा झील

यह स्थान सोहना से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और गुडगाँव शहर से मात्र 20 किलीमीटर दूर है इस स्थान को हरियाणा सरकार द्वारा पर्यटन के रूप में विकसित किया है यह मछली पकड़ने के लिए एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है यह स्थान अरावली पहाड़ियों से घिरा है यहाँ वाटर बोट के अलावा हर तरह का खेल उपलब्ध है यह स्थान प्रकृति प्रेमी को अत्यंत पसंद आएगा|

सूरज कुंड

यह एक पिकनिक स्थल है इस स्थान को राजा सूरजपाल ने 686 ई०में बनवाया था यह खुबसूरत और विशाल सरोवर है यहाँ प्रतिवर्ष मेला लगता है जहाँ हर प्रकार की वस्तुओं को बेचा जाता है|

Tourist places near Delhi within 100 kms

1 – तिजारा – दिल्ली से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तिजारा स्थान अपने किले के लिए प्रसिद्ध है|

2 – पानीपत – दिल्ली से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पानीपत अपने लड़ाइयों के लिए प्रसिद्ध है|

3 – मेरठ – दिल्ली से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मेरठ अपने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है|

4 – गुरुग्राम – दिल्ली से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अपने IT hub, संग्राहलय, पार्क, पिकनिक स्पॉट, नाईट क्लब आदि के लिए प्रसिद्ध है|

निष्कर्ष

हमारा यह हमेशा से कोशिश रहा की आपको दिल्ली पर्यटन स्थल “Delhi tourist places” का सही और सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके इसके लिए विस्तार से हमने एक-एक विषय पर चर्चा किया सबसे पहले आपको दिल्ली का इतिहास के बारे में जानकारी दिया गया|

फिर हमने दिल्ली के हर एक जगह की जानकारी देने का प्रयास किया है जैसे लाल किला और पुराना किला के बारे में दिल्ली की प्रसिद्ध ईमारत कौन सी है? जैसे सफदरजंग का मकबरा, तुगलकाबाद का किला, फिरोजशाह कोटला किले के बारे में बताने का प्रयास किया इसके अलावा बहुत सी ईमारत, मीनार और मंदिरों के बारे में भी विस्तार से बताया जैसे लोटस टेम्पल, बिरला मंदिर आदि|

इसके बाद दिल्ली के पास सबसे अच्छा हिल स्टेशन 200-300 किलोमीटर के आसपास के पहाड़ी और रमणीय स्थलों के बारे में जानकारी दिया गया है और उन तक कैसे पहुँचा जाए इसपर भी पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है यह एक गाइड के रूप में काम करेगी इसी उम्मीद के साथ आपका यात्रा मंगलमय हो!

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