जीवन जीने की कला क्या है?
संक्षेप्त परिचय
“अनमोल वचन 500” अपने आप में प्रेरणादायक और प्रेरक विचार हैं जो जबरदस्त शक्ति और ऊर्जा से भरपूर होते है यह सिर्फ जीना नहीं सिखाते है बल्कि यह हमारे लिए ड्राइविंग फ़ोर्स का काम करते है अनमोल वचन 500 के विभिन्न प्रकार के विचारों पर प्रकाश डालेंगे और इनकी बारीकियों के बारे में समझेंगे|
मुझे विश्वास है की अगर कोई भी इन महापुरुषों के शब्दों और वाक्यों को ध्यान से समझता है और इनपर थोड़ा सा भी विचार और अमल करता है तो यह शब्द पानी में भी आग लगाने के बराबर है यानी यह शब्द आपके जीवन की दिशा और दशा दोनों बदलने में समर्थ है|
तमाम महापुरुषों के चुने हुए अनमोल वचनों का एक गुलदस्ता है जिसको गहन शोध और अध्ययन के द्वारा चुनकर निकाला गया है हमें उम्मीद है हमारा यह प्रयास आपके जीवन को बेहतर बनाने में मददगार सिद्ध होंगे|
क्या “नए अनमोल वचन” जीवन जीने की कला है? जीवन तो हम सब ही जीते है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की क्या हम सही रास्ते पर चल रहें है? क्या हमारा चुनाव सही है? क्या हम जहाँ जाना चाहते है? उसका सही मार्ग यही है? क्या हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का यही सही और उचित रास्ता मानते है?
यहाँ आपको सबसे अच्छे और सत्य अनमोल वचन के साथ-साथ जीवन की सच्चाई के अनमोल वचन बिलकुल साफ-साफ देखने को मिलेंगे|
विस्तार से जाने
महान लोगों के अनमोल विचार
पांच सो (500) से भी अधिक चित्र और शब्दों के “अनमोल वचन 500” के अलग-अलग साधूँ-संतों, महा पुरुषों, विचारों को, दार्शनिक, चिंतक, लेखक आदि लोगों के प्रमाणित विचार जिसे गहन अध्ययन से लिखा गया है|
जीवन जीने की कला क्या है?
जीवन जीने की कला क्या है? जीवन तो हम सब ही जीते है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की क्या हम सही रास्ते पर चल रहें है? क्या हमारा चुनाव सही है? क्या हम जहाँ जाना चाहते है? उसका सही मार्ग यही है? क्या हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का यही सही और उचित रास्ता मानते है|
महान आत्माओं के अनमोल वचन
हम सब को जीवन जीने के लिए किसी न किसी के मदद की आवश्यकता होती है “महान आत्माओं के अनमोल वचन” यह उसके साथ होने का अहसास कराती है हमें किसी के साथ की आवश्यकता क्यों चाहिए है क्योंकि यह हमारे जीवन में “Driving Force” का काम करता है हमें अपने अन्दर से प्रेरित करता है कुछ करने के लिए हमें हिम्मत और साहस देता है|
अनमोल वचन इन हिंदी
जिन लोगों के पास इन गुणों से युक्त मित्र होते है वह तो सफलता प्राप्त कर ही लेते है लेकिन वह इन्सान जिसके आगे-पीछे कोई नहीं होता उनको मार्ग दिखाने के लिए अनमोल वचन इन हिंदी लेख पर्याप्त है यह लेख सिद्ध और प्रमाणित है उनके बतायें मार्गों पर चल के व्यक्ति आसानी से सफल हो सकता है अगर आप बार-बार अनमोल वचन सुविचार के शब्दों को आत्मसात करते है और उनको अपने जीवन में उतारते हैं तो 95% आपको मैं भरोसा दिलाता हूँ की आप जरूर सफल होंगे|
अनमोल वचन 500
आपके लिए अनमोल वचन 500 के शब्द अलग-अलग साधूँ-संतों, महा पुरुषों, विचारक, दार्शनिक, चिंतक, लेखक आदि लोगों के प्रमाणित विचार जिसे गहन अध्ययन से लिखा गया है|
True anmol vachan कुछ चीजें है जिनका आप पालन करते हैं जैसे ध्यान करना, व्यायाम करना, सात्विक भोजन करना, अपने वाणी को तौल के बोलना, जीवों पर दया करना, धर्म के अनुसार बर्ताव करना आदि चीजों का अगर आप पालन करते है तो मैं पूरे विश्वास के साथ यह कह सकता हूँ अनमोल वचन 500 आपका मार्ग-दर्शन करने में सहायक होगा और आप सही मार्ग पर चलेंगे सफलता एक न एक दिन जरूर आपके कदम चूमेंगी|
प्रेरणादायक अनमोल वचन
प्रेरणादायक अनमोल वचन वह वचन होते है जिससे हम प्रेरित होते है उससे प्रभावित होते है उससे हम अपने आपको जोड़ते है अपने आपको उस वचनों के मुताबिक समझते हैं वह वचन हमारे जीवन को प्रभावित करते है| प्रेरणा हमें कहीं से भी प्राप्त हो सकता है एक छोटे बच्चे से भी प्राप्त हो सकता है, जानवर से प्राप्त हो सकता है, अपने सपनों से या दूसरों के घटना-दुर्घटना या अन्य प्रकार से प्राप्त हो सकता है और अगर हम उस पर अमल करते हैं तो यह हमें आगे का मार्ग प्रस्तुत करता है|
छोटे अनमोल वचन
छोटे अनमोल वचन वह वचन होते हैं जिससे हम अपने आपको और गहराई से जोड़ लेते हैं शर्त यह है की हम उसके कहने का मतलब समझ जाते हैं तो| छोटे अनमोल वचन कम शब्दों में बहुत कुछ बायाँ कर देता हैं मसलन अनुभव तर्क से परे है या गुस्से का बेहतरीन इलाज ख़ामोशी है इस तरह से यह हैं तो छोटे पर घाव करें गंभीर|
दर्द भरे अनमोल वचन
जीवन में हर किसी के साथ कभी अच्छा कभी बुरा होता है सुख-दुःख उतर-चढ़ाव आते ही हैं जब हम सुखी होते हैं तब हमें नसीहत की जरूरत नहीं होती है तब हम दूसरों को ज्ञान बांटते हैं लेकिन इसके विपरीत जब हम दुखी होते हैं या निराश होते हैं या विपत्ति से घिरे होते है तो हमें सहारे की जरूरत महसूस होती हैं|
अन्य शब्दों में हमें प्रेरणा की जरूरत होती है उस समय दर्द भरे अनमोल वचन हमारे जीवन का सहारा होता है जो हमें बहुत कुछ सिखा जाता है विपरीत परिस्थिति में ही इन्सान की परीक्षा होती है जो उससे लड़ता है वह नदी को पार कर जाता है और जो कोशिश ही नहीं करता या कोशिश करते-करते बीच में ही छोड़ देता है वह जीवन के रेस में हार जाता हैं|
मनुष्य को संघर्ष करते रहना चाहिए और विश्वास करना चाहिए की में सफल हो के रहूँगा शर्त यह हैं की आपका दिशा सही होना चाहिए जाना है पूरब और जा रहें है पश्चिम तो यह ऐसे नहीं काम करता सही मार्ग के साथ जबरदस्त और निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं|
Anmol Vachan in Hindi
कर्म
कर्म | अनमोल वचन |
कर्म ही मनुष्य के जीवन को पवित्र और अहिंसा बनाता है| | आचार्य विनोदा भावे |
तुम जो भी कर्म प्रेम और सेवा की भावना से करते हो, वह तुम्हे परमात्मा की ओर ले जाता है जिस कर्म में घृणा छिपी है, वह परमात्मा से दूर ले जाता है| | सत्य साईं बाबा |
कर्म ही पूजा है और कर्तव्य पालन भक्ति है| | सत्य साईं बाबा |
अपना कर्म ही मनुष्य को संसार में गौरव अथवा पतन की और ले जाता हैं| | पंडित नारायण |
फल मनुष्य के कर्म के अधीन है, बुद्धि कर्म के अनुसार आगे बढनेवाली है, तथापि विद्वान् और महात्मा लोग अच्छी तरह विचारकर ही कोई काम करते हैं| | आचार्य चाणक्य |
जैसे तेल समाप्त हो जाने से दीपक बुझ जाता है, उसी प्रकार कर्म के क्षीण हो जाने पर देव नष्ट हो जाता है| | महर्षि वेदव्यास |
जैसे फल-फूल किसी की प्रेरणा के बिना ही अपने समय पर वृक्षों में लग जाते हैं उसी प्रकार पहले के किये हुए कर्म भी अपने फल-भोग के समय का उल्लंघन नहीं करते है| | महर्षि वेदव्यास |
निष्काम कर्म ईश्वर को ऋणी बना देता है और ईश्वर उसे सूद सहित वापस करने के लिए बाध्य हो जाता है| | स्वामी रामतीर्थ |
कर्मशील व्यक्ति के लिए हवाएँ मधु बहती हैं, नदियों में मधु बहता है और औषधियाँ मधुमय हो जाती हैं| | ऋग्वेद |
फल को सामने रखकर ही कर्म में प्रवित्त होनेवाले एक प्रकार में दीन होते हैं| | महाभारत |
कार्य की अधिकता से उकतानेवाला व्यक्ति कभी कोई बड़ा कार्य नहीं कर सकता| | अब्राहम लिंकन |
आदमी काम की अधिकता से नहीं, उसे भार समझकर अनियमित रूप से करने पर थकता है| | पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य |
अनमोल वचन हिंदी में
ईश्वर
ईश्वर | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
जीव ईश्वर का अंश है| | गोस्वामी तुलसीदास |
ईश्वर प्रत्येक व्यक्ति को सच और झूट में एक को चुनने का अवसर देता है| | इमर्सन |
ईश्वर कोई बाहर्य सत्य नहीं है| वह तो स्वयं के ही परिष्कार की अंतिम चेतनावस्था है उसे पाने का अर्थ स्वयं वही हो जाने के अतिरिक्त और कुछ नहीं है| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
क्या ईश्वर है? ईश्वर ही ईश्वर है सभी कुछ वही है, लेकिन जो ‘मैं’ से भरे हैं वे उसे नहीं जान सकते| उसे जानने की पहली शर्त स्वयं को खोना है| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
जिसे ईश्वर की अनुभूति हो जाती है, उसका हृदय दया, करुणा तथा सेवा-भावना से सराबोर हो जाता है| | मैथिलीशरण गुप्त |
भगवान निराकार है और साकार भी फिर वे इन दोनों अवस्थाओं से परे जो हैं, वे भी है केवल वे ही स्वयं जानते हैं की वे क्या है? | स्वामी रामकृष्ण परमहंस |
इस सत्य को धारण करो की भगवान न पराये हैं न तुमसे दूर है और न ही दुर्लभ है| | महात्मा गाँधी |
स्वयं को जान लेना ही ईश्वर को जान लेना है| | राधा रमण ‘दुर्बासा’ |
Anmol Vachan in Hindi
ईर्ष्या
ईर्ष्या | अनमोल वचन |
ईर्ष्या मनुष्य को ठीक उसी प्रकार खा जाती है, जिस प्रकार कपड़े को कीड़ा खा जाता है| | पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य |
“शांत मन” तन का जीवन है परन्तु मन के जलने से हड्डियाँ भी जल जाती है| | नीतिवचन |
ईर्ष्या असफलता का दूसरा नाम है ईर्ष्या करने से अपना ही महत्त्व कम होता है| | चाणक्य नीति |
हत्यारे की कुल्हाड़ी की तुलना में ईर्ष्या की धार दुगनी तेज होती है| | शेक्सपीयर |
ईर्ष्या की सबसे अच्छी दवा है – उद्योग और आशा| | रामचन्द्र शुक्ल |
मनुष्य से मनुष्य को जितनी ईर्ष्या होती है, उतनी संभवतः यमराज को भी नहीं| | रविन्द्रनाथ ठाकुर |
प्रायः समान विद्यावाले लोग एक-दुसरे के यश से ईर्ष्या करते हैं| | कालिदास |
सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति जानकर कभी किसी के साथ ईर्ष्या न करो| | अथर्ववेद |
प्रेरणादायक अनमोल वचन video
Anmol Vachan in Hindi
अज्ञान
अज्ञान | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
अज्ञान के समान दूसरा कोई बैरी नहीं| | आचार्य चाणक्य |
दुःख यदि मौत के लिए है तो वह अज्ञानता की कोख से पैदा होता है| | आचार्य चाणक्य |
अज्ञानी के लिए मौन से श्रेष्ट कुछ नहीं है| | शेख सादी |
जहाँ अज्ञान है वहाँ दुःख आकर ही रहेगा| | अरविन्द |
अज्ञानी की दासता से मृत्यु श्रेष्कार है संतोष से बढकर कोई सुख नहीं और धेर्य से बड़ी कोई शक्ति नहीं| | साईं बाबा |
स्वयं को ज्ञानवान समझना सबसे बड़ा अज्ञान है और अज्ञानी सदा दुखी रहता है| | वेदान्त तीर्थ |
अज्ञान से बड़ा शत्रु कोई भी नहीं| | शंकराचार्य |
जितना हम अध्यन करते हैं उतना ही हमको अपने अज्ञान का आभास होता है| | स्वामी विवेकानन्द |
Anmol Vachan
अनुभव
अनुभव | अनमोल वचन |
अनुभव तर्क से परे है| | आचार्य विनोदा भावे |
अनुभव सिर्फ ज्ञान नहीं देता, बल्कि वासनाओं से मुक्ति दिला देता है| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
बिना ठोकर खाए आदमी की आंख नहीं खुलती| | मुंशी प्रेमचंद |
हमारे आध्यामिक अनुभव शब्दों से नहीं, बल्कि हमारे जीवन दृष्टान्तों के द्वारा व्यक्त किये जाने चाहिए| | रामकृष्ण परमहंस |
ठोकर लगे और दर्द हो, तभी मैं सीख पाता हूँ| | महात्मा गाँधी |
दूसरों के अनुभव से लाभ उठानेवाला ही बुद्धिमान है| | जवाहरलाल नेहरु |
Satya Vachan in Hindi
अहंकार
अहंकार | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
किसी भी अवस्था मैं अहंकार न करें| | श्रीसाई समर्थ |
अहंकार के रहते प्रेम संभव नहीं| | रविन्द्रनाथ ठाकुर |
अहंकार नरक का मूल है| | महाभारत |
जिसे होश होता है वो कभी घमण्ड नहीं करता है| | शेख सादी |
समस्त बड़ी गलतियों की तह में अहंकार ही मूल कारण होता है| | रस्किन |
अभिमानी व्यक्ति स्वयं को ही खा जाता है| | शेक्सपीयर |
अहंकार करना मुर्ख का काम है| | शेख सादी |
गर्व ने देवदूतों को भी नष्ट कर दिया| | इमर्सन |
घमण्ड से आदमी फूल सकता है, फल नहीं सकता| | मुंशी प्रेमचंद |
अहंकारपूर्ण जीवन को छोड़ देना ही जीवन का सौन्दर्य है| | स्वामी रामतीर्थ |
अहंकार के समूल नाश से तृष्णाओं का अंत होता है| | भगवान गौतम बुद्ध |
अहंकारी का विनाश जरुरी है| | तुलसीदास |
तुम्हारे लिए धर्मपुस्तक, देवालय और प्रार्थना की कोई आवश्यकता नहीं, यदि तुमने अहंकार त्याग दिया है| | स्वामी विवेकानंद |
धन के मद मे मतवाला मनुष्य गिरे बिना होश में नहीं आता| | भर्तृहरि |
Images of suvichar in hindi
आचरण
आचरण | अनमोल वचन |
मनुष्य जिस समय पशुतुल्य आचरण करता है उस समय वह पशुओं से भी नीचे गिर जाता है| | रविन्द्र नाथ टैगोर |
आचरण भाव का प्रकट रूप है| | यशपाल |
श्रेष्ठ पुरुष जो करता है अन्य पुरुष भी उसके अनुसार व्यवहार करने लगते है| | भगवन श्रीकृष्ण (गीता) |
परमेश्वर की दृष्टि में सदाचारी मनुष्य अत्यंत सम्मनित समझा जाता है| | कुरान |
जो सदाचरण का पालन नहीं करते, उन्हें शिक्षित होने पर भी उसी प्रकार लाभ नहीं मिलता जैसे जादू की गाय दूध नहीं देती| | ऋग्वेद |
जिसने ज्ञान को आचरण मे उतार लिया, उसने ईश्वर को मूर्तिमान कर लिया| | आचार्य विनोबा भावे |
सदाचार मानव का धर्म है| | भगवान गौतम बुद्ध |
मनुष्य की पहचान उसकी सांगत और वार्तालाप से हो जाती है| | जेम्स शर्मन |
सदाचार का उल्लंघन करके कोई कल्याण नहीं पा सकता| | अरस्तु |
जिस समाज मे सदाचार नहीं, वह नष्ट हो जाता है| | गंगाधर लोकमान्य तिलक |
संसार में पुस्तक पढ़ने से कुछ नहीं सिखा जा सकता, जब तक की ज्ञान को आचरण मे न उतर लिया जाये| | महात्मा गाँधी |
पढ़ना एक बार, चिंतन दो बार और आचरण चार बार करना चाहिए| | आचार्य विनोबा भावे |
अनमोल वचन इन हिंदी
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
आत्मविश्वास का आभाव ही सभी अंधविश्वासों का जनक है| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
आत्मविश्वास रखो की तुम पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण हो| | गोर्की |
आत्मविश्वास ही भावी उन्नति का मूल आधार है| | स्वामी विवेकानंद |
जब तक हममें आत्मविश्वास है, तब तक हम संसार में कुछ भी करके दिखा सकते है| | लोकमान्य तिलक ‘गंगाधर’ |
पुरातन धर्म कहता है, जो ईश्वर में विश्वास न रखे वह नास्तिक है | मेरा धर्म कहता है की नास्तिक वह है, जो स्वयं पर विश्वास न करे| | स्वामी विवेकानंद |
आत्मविश्वास सफलता का मुख्य रहस्य है| | महात्मा गाँधी |
सच्चा आत्मविश्वास पर्वतों को भी हिला देगा है| | महात्मा गाँधी |
आत्मविश्वास सफलता का प्रथम रहस्य है| | इमर्सन |
कठिन कार्य में सफल होने पर आत्मविश्वास बढ़ जाता है| | मुंशी प्रेमचंद |
आत्मविश्वास का अर्थ है अपने काम में अटूट श्रद्धा| | महात्मा गाँधी |
अपने आत्मविश्वास और चरित्र के बल पर एक साधनरहित व्यक्ति भी महान सफलता प्राप्त कर सकता है| | स्वेट मार्टन |
Suvichar in hindi for students
आदत
आदत | अनमोल वचन |
आदमी भी एक तरह का आँख है| | अमृतलाल नागर |
अगर आदत डालनी ही है तो परहित करने की आदत डालो| | धरम बारिया |
आदत लोहे की जंजीर की तरह होती है, जो हमें बंधकर रखती है| | लेक स्टीन |
बुरी आदतों से हमें अशुद्धता का आभास होता है| | डॉक्टर एल्डर |
जीवन की सच्चाई पर अनमोल वचन
आलस्य
आलस्य | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
आलस्य एक प्रकार का हिंसा है| | महात्मा गाँधी |
आलस्य का एक मात्र इलाज है काम करो| | रदरफोर्ड |
आलस्य में जीवन बिताना आत्महत्या के समान है| | सुकरात |
परिश्रम से ऋण चुकाया जाता है, और आलस्य उसे बढ़ता है| | स्वामी विवेकानन्द |
आलस्य मनुष्य के शरीर में रहनेवाला घोर शत्रु है| | भर्तृहरि |
आलस्य परमेश्वर के दिए हुए हाथ-पैर का अपमान है| | आज्ञात |
गरीबी का कारण आलस्य है पर कठोर परिश्रम से गरीब मनुष्य भी धनवान हो जाता है| | नीतिवचन |
Anmol Vachan
आशा
आशा | अनमोल वचन |
आशा ही जीवन है| | भागवत गीता |
आशा और निराशा मन के खेल है, उनसे मुक्त रहकर कार्य करना मनुष्य का धर्म है| | मनुस्मृति |
जीवन में आशा-निराशा धुप-छांव के समान है| | इमर्सन |
आशा दीन-दुखियों के लिए एकमात्र औषधि है| | शेक्सपीयर |
आशा उत्साह की जननी है| आशा में तेज है, बल है, जीवन है| आशा संसार की संचालन शक्ति है| | मुंशी प्रेमचंद |
आशा अमर है उसकी आराधना कभी निष्फल नहीं होती| | महात्मा गाँधी |
जिसके पास आशा से बंधे कर्म है उसके पास सब कुछ है| | इमर्सन |
नई चीज सीखने की जिसने आशा छोड़ दी, वह बुढा है| | विनोदा भावे |
जीवन में निराशा से बड़ा कोई अभिश्राप नहीं है| | स्वामी विवेकानंद |
वास्तव में जिसे किसी प्रकार की आशा नहीं है, वही सुख से सोता है आशा का न होना परम पद की प्राप्ति है| | महर्षि वेदव्यास |
आशा का मतलब है थका नहीं है, टुटा नहीं है, बिना पास हुए वापस नहीं जाऊंगा| | वेदान्त तीर्थ |
प्रयत्नशील व्यक्ति के लिए आशा सदैव जीवित रहती है| | मैथिलीशरण गुप्त |
जब कोई बात हमारी आशा के विरुद्ध हो, तभी दुःख होता है| | मुंशी प्रेमचंद |
निराशा और आशा को धुप-छाँव के सामान समझे| | इमर्सन |
अच्छी निद्रा और परम सुख उन्हें प्राप्त होता है, जो आशा से बरी है| | महर्षि वेदव्यास |
अनमोल वचन स्टेटस
अनमोल वचन हिंदी में
इच्छा
इच्छा | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
जीने की इच्छा ही सब दुखों की जननी है, मरने की तयारी ही सब सुखों की जननी है| | स्वामी रामतीर्थ |
इच्छा मात्र से ही थोडा पा लिया जाए, तो इस संसार में प्रत्येक व्यक्ति घुड़सवार हो| | शेक्सपीयर |
परस्पर विरोधी इच्छाएँ कठिनाई, रंज और दुःख लाती है| | स्वामी रामतीर्थ |
इच्छा पर विचार का शासन रहे| | ऋषि वाल्मीकि |
यदि हमारी इच्छाशक्ति क्षुद्र और कमजोर होगी तो हमारी मानसिक शक्तियों का कार्य भी वैसा ही होगा| | स्वेट मार्टन |
सारी आफत इच्छा और काम-वासना मे है, नहीं तो इस दुनिया में शरबत-ही-शरबत है| | मौलाना रूमी |
पवित्र और धृढ इच्छा सर्वशक्तिमान है| | स्वामी विवेकानंद |
इच्छा करना और कर्म करना दोनों में आकाश-पाताल का अन्तर है| | फैंकलिन |
अभिलाषा सब दुखों का मूल है| | भगवान बुद्ध |
अपनी इच्छाएं कम करके आप वास्तविक शांति प्राप्त कर सकते है| | महात्मा गाँधी |
मनुष्य की इच्छाओं पर उसके विवेक का शासन आवश्यक है| | शेक्सपीयर |
देवताओं की समीपता पाने के लिये इच्छाओं में कमी करते चले जाईये| | सुकरात |
Anmol Vachan Status
ईमानदारी
ईमानदारी | अनमोल वचन |
इमानवाले वे हैं, जो अपनी अमानत और प्रतिज्ञा का ध्यान रखते है और अपनी नमाजों की रक्षा करते है| | हजरत मोहम्मद पैगम्बर |
ईमानदार का हर काम खुलेआम होता है| | आचार्य चाणक्य |
ईमानदारी से आधिक मूल्यवान कोई धन नहीं है| | शेक्सपीयर |
ईमानदार आदमी ईश्वर की सर्वोतम रचना है| | पोप जॉन पॉल |
जिसका इमान नहीं वह इन्सान नहीं, इमान न बेचो, भले ही सब बेच दो| | सुकरात |
ईमानदार होना दस हजार में से एक होना है| | शेक्सपीयर |
ईमानदारी की मिल्कियत के सामने दुनिया की तमाम सम्पतियाँ तुच्छ है इससे श्रेष्ठ कोई संपत्ति नहीं| | शेक्सपीयर |
जो वाणी से ईमानदार नहीं वो सब कामों में बेईमान हो सकता है| | अज्ञात |
ईमान स्वयं अपना परिचय है| | गोविन्द प्रकाश |
उस तुच्छ व्यक्ति का चित्त कभी शांत नहीं हो सकता, जिसने पैसे की खातिर अपना ईमान बेच दिया है| | शेख सादी |
ईमानदार व्यक्ति न चाहते हुए भी प्रसिद्ध हो जाता है| | रूजवेल्ट |
यदि आपका ह्रदय ईमान से भरा है तो एक शत्रु क्या सारा संसार आपके सम्मुख हथियार दाल देगा| | स्वामी रामतीर्थ |
अनमोल सुविचार
क्रोध
क्रोध | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
क्रोध का हमें तभी पता चलता है तब हम क्रोध कर चुके होते हैं| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
क्रोध सदैव मुर्खता से शुरू होता है और पश्चाताप पर समाप्त| | अरस्तू ‘दार्शनिक’ |
क्रोध एक क्षणिक पागलपन है इसे वश में करो, नहीं तो वह तुम्हे वश में कर लेगा| | होरेस |
जो क्रोध उत्तेजित होने पर मन को शांति की दिशा में मोड़ सकता है, उसे मैं सारथी कहता हूँ| | भगवान गौतम बुद्ध |
जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप से कह नहीं सकता, उसी को क्रोध अधिक आता है| | रविन्द्रनाथ ठाकुर |
गुस्से का बेहतरीन इलाज ख़ामोशी है| | स्वामी विवेकानन्द |
मुर्ख मनुष्य अपने क्रोध को जोर-शोर से प्रकट करता है, किन्तु बुद्धिमान मनुष्य शांति से क्रोध को वश में करता है| | नीतिवचन |
देवता, सद्गुरु, गाय, राजा, ब्राम्हण, बालक, वृद्ध और रोगी पर क्रोध आ जाय, तो उसे रोक लेना चाहिए| | हितोपदेश |
Anmol Vachan in Hindi
उत्साह
उत्साह | अनमोल वचन |
उत्साहहीनता एक भयानक रोग है, जिससे हमारा मस्तिक विषमय होकर अपनी योग्यता का नाश कर बैठता है| | स्वेट मार्टन |
उत्साह सफलता को निमंत्रण देता है| | अरविन्द |
आपत्ति और कष्ट में भी बुद्धिमान उत्साह नहीं छोड़ते| | सोमदेव |
दुःख के वर्ग मे जो स्थान भय का है, वही स्थान आनंद वर्ग में उत्साह का है| | रामचंद्र शुक्ल |
बिना उत्साह के कोई महान उपलब्धि कभी नहीं हुई| | इमर्सन |
Anmol Vachan Quotes in Hindi
उदारता
उदारता | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
उदारता मानवता के उच्च धरातल से आती है, दया और कृतज्ञता उसके सहायक है| | कारनेल |
उदारता मनुष्य का श्रेष्ठ गुण है| | चावार्क |
“यह मेरा है यह दुसरे का” ऐसा संकीर्ण हृदयवाले समझते हैं उदार हृद्यावाले तो सारी दुनिया को कुटुम्ब-सा समझते है| | हितोपदेश |
दुष्ट अपनी दुष्टता, सर्प अपना विष, सिंह रक्तपान जिस प्रकार नहीं छोड़ता उसी प्रकार उदार अपनी उदारता नहीं छोड़ता| | महावीर स्वामी |
उदार मनवाले विभिन्न धर्मो के सत्य देखते हैं संकीर्ण मनवाले केवल अंतर देखते हैं| | अज्ञात |
Anmol Vachan Hindi mein
उन्नति
उन्नति | अनमोल वचन |
मेल-मिलाप उन्नति की आत्मा है| | वक्सटन |
जो मनुष्य अपनी उन्नति चाहता है, उसे चाहिये की वह दूसरों के गुण देखने की आदत डाले| | अज्ञात |
मैं संस्कारों में विश्वास नहीं करता स्वाभाविक उन्नति का विश्वासी हूँ| | स्वामी विवेकानंद |
प्रत्येक को अपनी ही उन्नति में संतुस्ट न रहना चाहिए किन्तु सबकी उन्नति में ही उन्नति समझनी चाहिए| | महर्षि दयानंद सरस्वती |
वही मनुष्य उन्नति कर सकता है, जो स्वयं को उपदेश देता है| | स्वामी रामतीर्थ |
Anmol Vachan in Hindi for life
उपदेश
उपदेश | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
कोई बाहरी ताकत इन्सान को नीचे नहीं गिरा सकती, अपने को निचे गिरानेवाला इन्सान खुद ही है| | महात्मा गाँधी |
किसी चीज को दबाना उसे शक्ति देने का दूसरा नाम है| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
जिसे हर कोई देने को तैयार रहता है पर लेता कोई नहीं, ऐसी वस्तु क्या है? उपदेश, सलाह | | स्वामी रामतीर्थ |
केवल अपने लिए मांगनेवाला भिखारी कहलाता है, सबके लिए मांगनेवाला साधू कहलाता है| | महादेवी वर्मा |
जो व्यक्ति अशिक्षित है, व गरीब है| | जवाहरलाल नेहरु |
जो इन्सान अपने लिए नियम नहीं बनता, उसको दूसरों के नियमों पर चलना पड़ता है| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
कतरा दरिया में मिल जाय तो दरिया हो जाय| काम वह अच्छा है, जिसका की अंत अच्छा है| | मिर्ज़ा ग़ालिब |
कुछ जीवों से सदा सावधान रहो| वे हैं– धनवान आदमी, कुत्ता, सांड और शराबी| | स्वामी रामकृष्ण परमहंस |
जिसने अपनापन खोया, उसने सब खोया| | स्वामी विवेकानंद |
क्रोध को प्रेम से, बुराई को भलाई से, लोभ को उदारता से और असत्य को सत्य से काबू किया जा सकता है| | धम्मपद |
Life Anmol Vachan
एकाग्रता
एकाग्रता | अनमोल वचन |
एकाग्र हुआ चित ही पूर्ण स्थिरता को प्राप्त होता है सुखी का चित्त एकाग्र होता है| | भगवान गौतम बुद्ध |
मन में एकाग्रशक्ति प्राप्त करनेवाले मनुष्य संसार में किसी समय असफल नहीं होते| | अज्ञात |
एकाग्रता विचारधारा को शक्तिशाली और कल्पना को स्पष्ट करती है| | स्वामी शिवानन्द |
अपनी अभिलाषाओं को वशीभूत कर लेने पर मन को जितनी देर तक चाहो एकाग्र किया जा सकता है| | स्वामी रामतीर्थ |
साठ वर्ष के बूढ़े में उत्साह और सामर्थ्य नजर आ सकता है, यदि उसका चित्त एकाग्र हो| | विनोदा भावे |
ध्यान और समाधी एकाग्रता के बिना संभव नहीं| | मनुस्मृति |
जिसका चित्त एकाग्र नहीं है, वह सुनकर भी कुछ नहीं समझता| | महर्षि नारद |
पवित्रता के बिना एकाग्रता का कोई मूल्य नहीं है| | स्वामी शिवानन्द |
Katu Vachan in Hindi
कायरता
कायरता | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
कायर तभी धमकी देता है, जब वह सुरक्षित होता है| | गेटे |
यह संसार कायर पुरुषों के लिये नहीं है| | स्वामी विवेकानंद |
कायर पुरुष अपनी मृत्यु से पूर्व ही अनेक बार मृत्यु का अनुभव कर चुकते हैं, किन्तु वीर कभी भी एक बार से अधिक नहीं मरते| | शेक्सपीयर |
पशु बल जिसके पास जितना अधिक होता है, वह उतना ही अधिक कायर बन जाता है| | महात्मा गाँधी |
विजय के सन्मुख पहुँचकर कायर भी वीर हो जाते है, जैसे घर के समीप पहुंचकर थके हुए पथिक के पैरों में भी पर लग जाते हैं| | मुंशी प्रेमचंद |
Anmol Suvichar in Hindi
चिंता
चिंता | अनमोल वचन |
कार्य की अधिकता मनुष्य को नहीं मरती, बल्कि चिंता मारती है| | स्वेट मार्टन |
चिंता किये जानेवाले प्रश्नों की सजा चिता के समान है| | मुंशी प्रेमचंद |
चिन्तारूपी सांपिन ने किसे नहीं डंसा| | रामचरितमानस |
चिंता और चिता में फर्क है की चिता मुर्दे को जलाती है और चिंता जिन्दों को| | मुंशी प्रेमचंद |
चिंता एक काली दिवार की भांति चारों ओर से घेर लेती है, जिसमें से निकलने की फिर कोई गली नहीं सूझती| | मुंशी प्रेमचंद |
भविष्य की चिंता छोड़ देनी चाहिये उससे कोई कार्य सिद्ध नहीं होता| यदि चिंता की ही जाय, तो चारित्रिक उन्नति की करनी चाहिए| | स्वामी विवेकानंद |
यदि मनुष्य सुख-दुःख की चिंता से ऊपर उठ जाय तो आकाश की ऊँचाई भी उसके पैरों तले आ जाय| | शेख सादी |
आप अपने जीवन के शत्रु हैं, यदि चिंता करते हैं| | शेक्सपीयर |
Anmol Suvichar in Hindi
दुःख
दुःख | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
जिसका जन्म होता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है और जिसकी मृत्यु होती है उसका जन्म भी निश्चित है अतः अपरिहार्य बातों के लिये मनुष्य को दुःख-शोक करना उचित नहीं| | गीता |
राजा, वेश्या, यमराज, अग्नि, चोर, बालक, भिक्षुक और चुगलखोर—ये आठों दुसरे के दुःख को नहीं जानते| | आचार्य चाणक्य |
दुःख में तो परमात्मा को सब याद करते हैं परन्तु सुख मे कोई याद नहीं करता जो इसे सुख में याद करे तो दुःख का आगमन ही न हो| | संत कबीर |
दुःख का एक क्षण युग के बराबर होता है| | शेक्सपीयर |
होनी के प्रति दुःख मनाना कायरता और अज्ञानता है| | महर्षि वाल्मीकि |
आनंद के अवसर पर हम दुखों को भूल जाते है| | मुंशी प्रेमचंद |
दुःख को भूल जाने से दुःख मिट जाता है| | महात्मा गाँधी |
जब कोई बात हमारी आशा के विरुद्ध होती है, तभी दुःख होता है| | मुंशी प्रेमचंद |
Jivan ke Anmol Vachan
मित्र
मित्र | अनमोल वचन |
परदेश मे मित्र विद्या होती है घर में मित्र स्त्री होती है, रोगियों का मित्र औषधि और मरणोपरांत धर्म ही मित्र होता है| | आचार्य चाणक्य |
मुर्ख मित्र से बुद्धिमान शत्रु अच्छा होता है| | महर्षि वेदव्यास |
सम्पन्नता मित्र तो बनाती है, किन्तु मित्रों की परख विपदा में ही होती है| | शेक्सपीयर |
मुर्ख मूर्खों के साथ रहते हैं और विद्वान विद्वानों के साथ समान शील और व्यसनवालों में मित्रता होती है| | पंचतंत्र |
सच्चे मित्र हीरे की तरह कीमती और दुर्लभ होते हैं झूठे दोस्त पतझड़ की पत्तियों की तरह हर जगह मिलते हैं| | अरस्तु |
सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार
मन
मन | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
लाड़ले बच्चे जैसे ही मन हमेशा अतृप्त रहता है, अतः मन का लाड़ कम करके उसे दबाकर रखना चाहिए| | स्वामी विवेकानंद |
इसमें संदेह नहीं की मन चंचल और कठिनता से वश में आनेवाला है, परन्तु अभ्यास और वैराग्य से उसे वश में किया जा सकता है| | गीता |
मन सफेद कपड़े के समान होता है, उसे जिस रंग में ढालेंगे उस पर वही रंग चढ़ जायेगा| | अज्ञात |
चलते, खड़े होते, बैठते अथवा सोते हुए जो अपने मन को शांत रखता है, वह अवश्य ही शांति प्राप्त कर लेते है| | भगवन गौतम बुद्ध |
जिसने मन को जीत लिया, उसने सारे जगत को जीत लिया| | जगतगुरु शंकराचार्य |
प्रेरणादायक अनमोल वचन एक लाइन में
Anmol Vachan Hindi me
भाग्य
भाग्य | अनमोल वचन |
भाग्य पर वह भरोसा करता है, जिसमें पौरुष नहीं होता| | मुंशी प्रेमचंद |
जब आदमी का कोई वश नहीं चलता, तो अपने को तक़दीर पर ही छोड़ देता है| | मुंशी प्रेमचंद |
भाग्य की कल्पना मूढ़ लोग ही करते हैं और भाग्य पर होकर वे अपना नाश कर लेते हैं| | वाल्मीकि रामायण |
उन्नति उसकी होती है, जो प्रयत्नशील हैं, भाग्य के भरोसे बैठे रहनेवाले सदा दीन-हीन ही रहेंगे| | अथर्वेद |
मनुष्य अपने भाग्य का निर्माण स्वयं ही है| | स्वामी रामतीर्थ |
जीवन के अनमोल वचन
विद्या
विद्या | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
विद्या का अंतिम लक्ष्य चरित्र निर्माण होना चाहिए | मुंशी प्रेमचंद |
मानव का सच्चा जीवन साथी विद्या ही है, जिसके करण वह विद्वान कहलाता है| | स्वामी विवेकानंद |
विद्या लाभ विद्यालय के ऊपर नहीं, बल्कि मुख्यतः छात्र के ऊपर निर्भर करता है| | रविंद्रनाथ टैगोर |
विद्या के अलावा और कोई श्रेष्ठ दान नहीं है| | थॉमस फुलर |
माता के समान सुख देनेवाली कौन है? – उत्तम विद्या| | जगतगुरु शंकराचार्य |
परमात्मा को प्राप्त करनेवाली विद्या ही वास्तव में विद्या है| | स्वामी विवेकानंद |
प्रेरणादायक अनमोल वचन और सूक्तियां
जीवन के अनमोल वचन
श्रध्दा
श्रध्दा | अनमोल वचन |
श्रध्दा देवताओं को भी खींच लाती है| | मुंशी प्रेमचंद |
जहाँ बड़े-बड़े बुद्धिमानों की बुद्धि कम नहीं करती, वहां एक श्रध्दा काम कर जाती है| | महात्मा गाँधी |
दर्शन-शास्त्र की आवश्यकता तब पड़ती है, जब परम्परा में श्रध्दा हिल जाती है| | डॉ० राधाकृष्णन |
वह श्रध्दा ही है, जो एक मनुष्य को बड़ा और दुसरे को छोटा बनाती है| | स्वामी विवेकानंद |
जो अमीरों को लूटकर दीन-दुखी प्राणियों का पालन करता है, मुझे उस पर घृणा के बदले श्रध्दा होती है| | मुंशी प्रेमचंद |
Anmol Vachan in Hindi for Whatsapp
समय
समय | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
समय वो जड़ी है, जो तमाम रोगों का इलाज कर देती है| | बैंजामिन फ्रैंकलिन |
कोई ऐसी घड़ी नहीं बन सकती, जो गुजरे हुए घंटे को फिर से बजा दे| | मुंशी प्रेमचंद |
समय ही धन है| | बुल्वर लिटन |
क्या तुम्हे अपने जीवन से प्रेम है? तो समय को व्यर्थ मत गंवाओं, क्योंकि जीवन उसी से बना है| | बैंजामिन फ्रैंकलिन |
मैंने समय नष्ट किया और अब समय मुझे नष्ट कर रहा है| | शेक्सपीयर |
Anmol Vachan Status
सज्जन
सज्जन | अनमोल वचन |
बड़प्पन अमीरों में नहीं, ईमानदारी और सज्जनता में सम्मिलित होती है| | श्रीराम शर्मा आचार्य |
सज्जन से सज्जन मिले तो दो-दो बातें होती हैं, गधे से गधा मिले तो दो-दो लात खाते है| | संत कबीर |
सज्जन की सलाह न माननेवाला मारा जाता है| | विष्णु शर्मा, पंचतंत्र |
जैसे चन्द्रमा चांडाल को भी रौशनी देती है, वैसे ही सज्जन पुरुष गुणहीन प्राणियों पर भी दया करते है| | आचार्य चाणक्य |
मेघों के समान सज्जन पुरुष भी दान करने के लिए ही किसी वस्तु को ग्रहण करते हैं| | कालिदास |
Achche Anmol Vachan
सम्मान
सम्मान | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
मेरा सम्मान ही मेरा जीवन है, दोनों एक साथ बढ़ते हैं, मेरा सम्मान नष्ट कर दोगे तो मेरा जीवन भी नष्ट हो जायेगा| | शेक्सपीयर |
मुर्ख मनुष्य को सम्मान देना मानो सूअर के आगे मोती डालना है| | बाइबिल |
एक जाति दुसरे को सम्मान दे, यही हमारा प्रथम कर्तव्य है| | महात्मा गाँधी |
अच्छा सम्मान पाने की राह यह है की जो प्रतीत होने की कामना करते हो, वैसे बनने का प्रयत्न करो| | सुकरात |
महापुरुषों का सर्वश्रेष्ठ सम्मान हम उनका अनुकरण करके ही करते हैं| | महात्मा गाँधी |
Anmol vachan in hindi for students
साहस
साहस | अनमोल वचन |
हिम्मत और हौसला मुश्किल को आसान कर सकते हैं, आँधी और तूफान से बचा सकते हैं| | मुंशी प्रेमचंद |
बदला साहस नहीं, उसका सहना सहस है| | शेक्सपीयर |
सहस गया कि मनुष्य की आधी समझदारी उसके साथ गयी| | इमर्सन |
यह सच है कि पानी में तैरनेवाले ही डूबते हैं, किनारे पर खड़े रहनेवाले नहीं मगर ऐसे लोग तैरना भी नहीं सीखते| | सरदार पटेल |
निर्भय मनवाले ही गौरव शिखर पर सबसे पहले पहुँचकर गौरव का मुकुट पहनते हैं| | शेक्सपीयर |
Best Life Anmol Vachan in Hindi
क्षमा
क्षमा | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
विद्वान क्षमा से ही शुद्ध होते है| | मनु |
क्षमा का कवच पहन को, निन्दक के तीर व्यर्थ हो जायेंगे| | तुलसीदास |
स्त्री या पुरुष के लिये क्षमा भी अलंकर है| | वाल्मीकि रामायण |
वृक्ष अपने काटनेवाले को भी छाया देता है| | चैतन्य प्रभु |
दुष्टों का बल हिंसा है, राजाओं का बल दंड है और गुणवानों का क्षमा है| | महाभारत |
Suvichar in hindi for life
लक्ष्य
लक्ष्य | अनमोल वचन |
जिसका उदेश्य ऊँचा है, उसे आरामतलबी और लोकप्रियता से बचना चाहिये| | इमर्सन |
अपने लक्ष्य को न भूलो अन्यथा जो कुछ मिलेगा, उसी में संतोष मानने लगोगे| | जोर्ज बनार्ड शो |
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक तुम्हे लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये| | स्वामी विवेकानंद |
जैसा तुम्हारा लक्ष्य होगा, वैसा तुम्हारा जीवन होगा| | अज्ञात |
लक्ष्य को ही अपना जीवन समझो हर क्षण उसी का चिंतन करो, उसी का स्वप्न देखो और उसी के सहारे जीवित रहो| | स्वामी विवेकानंद |
Prernadayak Anmol Vachan
स्वभाव
स्वभाव | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
व्यक्ति के स्वभाव पर उसका भविष्य निर्भर करता है| | मुंशी प्रेमचंद |
भूखा होने पर भी सिंह घास नहीं खाता| | आचार्य चाणक्य |
अत्यंत सीधे स्वभाव से रहना अच्छा नहीं होता वन में जाकर देखो, सीधे वृक्ष ही काटे जाते है और टेढ़े-मेढ़े वृक्ष खड़े ही रहते है| | आचार्य चाणक्य |
विचार जब स्वभाव के साथ घुल-मिलकर एक हो जाता है, तब वे आचार बन जाते है| | रविंद्रनाथ टैगोर |
व्यक्ति के स्वभाव को स्पष्ट करनेवाली उसकी वाणी होती है, उसका रूप नहीं| | शेख सादी |
नय अनमोल वचन
अनमोल वचन सुविचार
स्वाध्याय
स्वाध्याय | अनमोल वचन |
स्वाध्याय में नित्य तत्पर होना चाहिये| | मनुस्मृति |
स्वाध्याय करना मनुष्य की वाणी का तप है| | श्रीमद्भगवतगीता |
स्वाध्याय बुद्धि का यज्ञं है|स्वाध्याय के द्वारा मानव सत को प्राप्त होता है| | जयशंकर प्रसाद |
स्वाध्याय का परित्याग कर देने से उत्तम कुल भी नीच कुल हो जाते है| | विष्णु पुराण |
स्वाध्याय की संपत्ति से परमात्मा का साक्षात्कार होता है| | योगसूत्र |
नय अनमोल वचन
संतोष
संतोष | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
संतोष स्वाभाविक संपत्ति है, विकास कृषिम निर्धनता| | सुकरात |
संतोष का सेतु जब टूट जाता है, तब इच्छा का बहाव परिमित हो जाता है| | मुंशी प्रेमचंद |
लोभ दुःख लाता है, संतोष में आनंद-ही-आनंद है| | रामकृष्ण परमहंस |
संतोष से परे दूसरा सुख नहीं| | आचार्य चाणक्य |
जो चाह और चिन्ता को छोड़कर कामनारहित है, वही संतुष्ट है| | संत कबीर |
अनमोल वचन शायरी
संगति
संगति | अनमोल वचन |
जो जैसी संगति करता है, वैसा फल पाता है| | महात्मा गाँधी |
विद्वानों की संगति से मुर्ख भी विद्वान बन जाता है, जैसे निर्मली के बीज से मटमैला पानी स्वच्छ हो जाता है| | कालिदास |
हमारा चरित्र कितना ही दृढ़ हो, उस पर संगीत का असर अवश्य पड़ता है| | मुंशी प्रेमचंद |
परमात्मा विद्वानों की संगति से प्राप्त होता है| | ऋग्वेद |
मूर्खो की संगति करनेवाला मुर्ख ही हो जाता है| | जातक |
अनमोल वचन स्टेटस
स्वार्थ
स्वार्थ | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
जिसे देखिये स्वार्थ में मग्न है| जो जितना महान है, उसका स्वार्थ भी उतना ही महान है| | मुंशी प्रेमचंद |
जब कोई पुरुष हमारे साथ अकारण मित्रता का व्यवहार करने लगे, तो हमको सोचना चाहिये की इसमें उसका कोई स्वार्थ तो नहीं छिपा है| | मुंशी प्रेमचंद |
कभी-कभी समय के फेर से मित्र शत्रु बन जाता है और शत्रु भी मित्र हो जाता है क्योंकि स्वार्थ बड़ा बलवान है| | महाभारत |
लज्जा से रहित व्यक्ति ही स्वार्थ के साधक होते है| | कर्णपुर |
जिससे अपना स्वार्थ होता है, उससे सभी लोग प्रेम करते हैं| | गोस्वामी तुलसीदास |
प्रेरणादायक अनमोल वचन good morning
सेवा
सेवा | अनमोल वचन |
सेवा से शत्रु भी मित्र हो जाता है| | महर्षि वाल्मीकि |
सेवा का फल कभी व्यर्थ नहीं जाता| | सुभाषित |
अगर आप सेवा को अपना एकमात्र आनंद बना लेते है, तो जीवन में दुसरे किसी आनंद की जरुरत आपको नहीं पड़ेगी| | महात्मा गाँधी |
गरीबों की सेवा ईश्वर की सेवा है| | सरदार पटेल |
सेवा ही वह सीमेंट है, जो पति-पत्नी को आपस में जोड़े रखती है| | मुंशी प्रेमचंद |
अच्छे अनमोल वचन
सुख
सुख | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
सुख के क्षण छोटे और दुःख की घड़ियाँ लम्बी प्रतीत होती है| | संत तुकाराम |
सुख संतोष में प्राप्त होता है, विलास में सुख कभी नहीं मिल सकता| | मुंशी प्रेमचंद |
सुखों के चले जाने के बाद ही हम उसका महत्त्व समझ पाते हैं, जब हम सुखी होते हैं, तब नहीं| | अरस्तु |
अपने सुख के लिए दूसरों को कष्ट देना महान पाप है| | महर्षि दयानंद सरस्वती |
जो सुख दुःख के पश्चात् होता है, वह साधारण से अधिक सुखमय होता है| | कालिदास |
Anmol Vachan in Hindi Message
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य | अनमोल वचन |
धर्म का सर्वप्रथम साधन स्वस्थ शरीर है| | कालिदास |
प्रथम महान संपत्ति है – सुन्दर स्वास्थ्य | इमर्सन |
अच्छी पाचन-क्रिया भूख पर निर्भर करती है और स्वास्थ्य दोनों पर| | शेक्सपीयर |
अच्छा स्वास्थ्य और अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है| | साइरस |
स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है| | अज्ञात |
Satya Vachan in Hindi
परिश्रम
परिश्रम | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
परिश्रमी, धीर व्यक्ति को इस जगत में कोई वस्तु अप्राप्य नहीं है| | सोमदेव |
जिस परिश्रम से हमें आनन्द मिलता है, वह हमारे लोगों के लिए अमृत है| | शेक्सपीयर |
बिना स्वयं परिश्रम किये देवों की मैत्री नहीं मिलती| | ऋग्वेद |
परिश्रम वह चाबी है जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है| | आचार्य चाणक्य |
सतत परिश्रम तथा साहस ही सफलता की कुंजी है| | सेम्युअल इस्माइल |
Beautiful Anmol Vachan in Hindi
सत्य
सत्य | अनमोल वचन |
सत्य से पापी को डर लगता है| | सुकरात |
सत्य से बढकर धर्म नहीं है| सत्य स्वयं परब्रह्म परमात्मा है| | महर्षि वेदव्यास |
सत्य कडुआ होता है| | आचार्य चाणक्य |
सारे पुण्यों और सद्गुणों की जड़ सत्य है| | महर्षि वाल्मीकि |
सत्य का मार्ग ही कंटकरहित, सरल और सुगम होता है, अतः सभी को सत्य का आचरण करना चाहिए| | ऋग्वेद |
प्रेरणादायक अनमोल वचन status
जीवन
जीवन | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
मनुष्य का जीवन इसलिए है की वह अत्याचार के खिलाफ लडे| | नेताजी सुभाषचंद बोस |
केवल वह जीवन काम का है, जिसे दूसरों के लिए जिया जाय| | आइंस्टाईन |
जीवन का रहस्य है निःस्वार्थ सेवा| | महात्मा गाँधी |
अपना जीवन लेने के लिये नहीं, देने के लिए है| | स्वामी विवेकानंद |
जीवन का रहस्य भोग में नहीं, अनुभव के द्वारा शिक्षा-प्राप्ति में है| | स्वामी विवेकानंद |
अनमोल वचन शायरी
Anmol satya Vachan in Hindi
चरित्र
चरित्र | अनमोल वचन |
चरित्र का निर्माण हो गया तो बाकी निर्माण स्वतः ही हो जायेंगे| | स्वामी विवेकानंद |
चरित्र द्वारा शासित व्यक्ति वैसे ही श्रेष्ठ है जैसे जीवित मृतकों से| | अरस्तु |
हमारी प्रथम व् प्रधान आवश्यकता है चरित्र गठन| | स्वामी विवेकानंद |
तुम कुलीन हो या अकुलीन, वीर हो या कायर, पवित्र हो या अपवित्र यह आपके चरित्र से ज्ञात हो जायगा| | वाल्मीकि रामायण |
मनुष्य का चरित्र वह वस्त्र है, जो विचारों के धागों से बनता है| | जेम्स एलन |
Anmol Vachan in Hindi
गुण
गुण | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
गुणीजनों के लिए कुछ भी असभ्य नहीं है| | शूद्रक |
झूठ नहीं बोलने का गुण ग्रहण कर लेने से अन्य किसी धर्मकर्म करने की आवश्यकता नहीं रह जाती| | तिरुवल्लुवर |
गुणियों की जात-पात नहीं देखी जाती| | मुंशी प्रेमचंद |
विवेकी को पाकर गुण सुन्दरता को प्राप्त होते है| | आचार्य चाणक्य |
गुण और ज्ञान वही सिद्ध है, जिससे दूसरों का भला होता हो| | महात्मा गाँधी |
कटु वचन
घृणा
घृणा | अनमोल वचन |
घृणा से घृणा को नष्ट नहीं किया जा सकता| घृणा को दूर करने के लिये प्रेम की आवश्यकता है| | भगवान गौतम बुद्ध |
सत्यपरायण मनुष्य किसी से घृणा नहीं करता| | नेपोलियन |
जो मनुष्य अपने साथी से घृणा करता है, वह उसी मनुष्य के समान हत्यारा है, जिसने सचमुच हत्या की हो| | स्वामी रामतीर्थ |
घृणा करनेवालों का मन वैसे ही मर-सा जाता है, जिस प्रकार मृत मनुष्य का मन मर जाता है| | अथर्ववेद |
घृणा करनेवाला मनुष्य होठों से मीठी-मीठी बातें करता है, पर ह्रदय में कपट रखता है| | नीतिवचन |
कटु वचन
दया
दया | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
दया ही धर्म की जन्मभूमि है| | आचार्य चाणक्य |
सज्जन पुरुषों के लिए दया करना ही महान धर्म का लक्षण है| | महर्षि वेदव्यास |
जैसे चन्द्रमा चांडाल के घर भी रौशनी देता है, वैसे ही सज्जन पुरुष गुणहीन प्राणियों पर भी दया करते है| | आचार्य चाणक्य |
जिसमे दया नहीं, उसमें कोई सद्गुण नहीं है| | हजरत मोहम्मद |
सब प्राणियों पर दया करो| | भगवान गौतम बुद्ध |
Inspirational Anmol Vachan
झूठ
झूठ | अनमोल वचन |
अगर झूठ बोलने से किसी की जान बचती है, तो झूठ बोलना पाप नहीं है| | मुंशी प्रेमचंद |
साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप| | संत कबीर |
जिसे जान-बुझकर झूठ बोलने में लज्जा नहीं, वह कोई भी पाप कर सकता है अतः हँसी-मजाक में भी कभी असत्य न बोलें| | भगवान गौतम बुद्ध |
जितनी हानि शत्रु शत्रु की और बैरी बैरी का करता है, उससे अधिक झूठे मार्ग पर लगा हुआ चित्त करता है| | भगवान गौतम बुद्ध |
असत्य विजयी भी हो जाए, तो उसकी विजय अल्पकालिक होती है| | लियोनार्ड |
जिंदगी की सच्ची बातें
दान
दान | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
सबसे अच्छा दान क्षमादान है| | चार्ल्स बेकन |
कन्यादान महादान है जिसने यह दान न दिया, उसका जन्म ही व्यर्थ गया| | मुंशी प्रेमचंद |
इस सनातन नियम को याद रखो, यदि तुम प्राप्त करना चाहते हो तो अर्पित करना सीखो| | नेताजी सुभाषचन्द्र बोस |
यह आँखों देखी बात है की नदी का पानी पीने से कम नहीं होता, इसी प्रकार दान देने से धन में कमी नहीं आती| | संत कबीर |
सत्करपूर्ण दान दो, स्वहस्त से दान दो, मन से दान दो, ठीक तरह से दोषरहित दान दो| | भगवान गौतम बुद्ध |
माँगने पर देना अच्छा है, लेकिन आवश्यकता अनुभव करके बिना माँगे देना और भी अच्छा है| | खलील जिब्रान |
True Anmol Vachan in Hindi
धर्य
धर्य | अनमोल वचन |
धैर्य दर्द से भरा है, किन्तु उसका फल मधुर होता है| | स्वामी रामकृष्ण परमहंस |
विकारों के कारण उपस्थित होने पर भी जिसके मन में विकार उत्पन्न नहीं होते, वह धैर्यवान है| | कालिदास |
धैर्य रखने के करण ही हाथी मन भर खाता है, परन्तु धैर्य न रखने के करण कुत्ता एक-एक टुकड़े के लिए घर-घर मारा-मारा फिरता है| | संत कबीर |
महान लोग विपत्ति आने पर धैर्य धारण करते है| | नारायण पंडित |
सबसे बड़े निर्धन वे ही है, जिनके पास धैर्य नहीं है क्या आज तक कोई जख्म बिना धैर्य के ठीक हुआ है| | शेक्सपीयर |
Best Life Anmol Vachan in Hindi
निराशा
निराशा | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
निराशा संभव को असंभव बना देती है| | जयशंकर प्रसाद |
निराशा और आशा मन के खेल हैं निर्विकार रहकर कार्य करना ही मनुष्य का धर्म है| | मनुस्मृति |
निराशा निर्बलता का चिन्ह है| | स्वामी रामतीर्थ |
निराशा में प्रतीक्षा अंधे की लाठी है| | मुंशी प्रेमचंद |
जीवन में निराशा से बड़ा कोई अभिश्राप नहीं है| | स्वामी विवेकानंद |
सबसे अच्छे अनमोल वचन English
परोपकार
परोपकार | अनमोल वचन |
वृक्ष अपने सिर पर तेज धुप सहता है पर अपनी छाया में विश्राम करनेवालों की गर्मी शांत करता है| | कालिदास |
प्राणों व् धन से परोपकार करना चाहिए परोपकार से प्राप्त पूण्य सैकड़ो यज्ञों से भी अप्राप्त होता है| | अज्ञात |
परोपकार के समान धर्म नहीं और परपीड़ा के समान अधर्म नहीं| | गोस्वामी तुलसीदास |
बिना किसी के गुण-दोष की ओर ध्यान दिये परोपकार करना सज्जनों का एक व्यसन ही होता है| | बाणभट्ट |
फूल अपने लिए नहीं खिलता दूसरों के लिए तुम भी अपने ह्रदय-कुसुम को प्रस्फुटित कर देना| | बंकिमचंद्र |
Anmol Vachan in Hindi Download
प्रार्थना
प्रार्थना | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
जो देवताओं की बाते सुनते हैं, देवता उनकी बातें सुनते है| | होमर |
प्रार्थना द्वारा ईश्वर की कृपा और सहायता से हम अपनी कमजोरियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं| | महात्मा गाँधी |
हमारी प्रार्थना सर्व-सामान्य भलाई के लिए होनी चाहिए, क्योंकि ईश्वर जनता है की अच्छा क्या है| | सुकरात |
प्रार्थना करनेवाले हाथ से कर्म का हाथ श्रेष्ट है| | कठोपनिषद |
जब मन और वाणी एक होकर कोई चीज माँगते है, तब उस प्रार्थना का फल अवश्य मिलता है| | स्वामी रामकृष्ण परमहंस |
Best Anmol Vachan in Hindi Images
प्रेम
प्रेम | अनमोल वचन |
प्रेम आँखों से नहीं, मन से देखता है| | शेक्सपीयर |
एक-दुसरे को इस प्रकार प्रेम करो, जैसे गाय अपने बछड़े को करती है| | अथर्ववेद |
प्रेम करनेवाला पडोसी दूर रहनेवाले भाई से कहीं उत्तम है| | आचार्य चाणक्य |
प्रेम हि स्वर्ग का मार्ग है, मनुष्यत्व का दूसरा नाम है, समस्त प्राणियों से प्रेम करना ही सच्ची मनुष्यता है| | भगवान गौतम बुद्ध |
जो प्रेम से नहीं सुधर सकता, वह कभी नहीं सुधर सकता| | सुकरात |
दंड देने का अधिकार केवल उनको है, जो प्रेम करते हैं| | रविंद्रनाथ टैगोर |
Anmol Vachan Quotes in Hindi
भय
भय | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
मानव जिससे डरता है, उससे प्यार नहीं करता| | अरस्तु |
भय से मनुष्य को तब तक डरना चाहिये जब तक वह नहीं आया है, परन्तु जब आ ही जाये तो निडर होकर उस पर प्रहार करना चाहिए| | आचार्य चाणक्य |
डरनेवाला व्यक्ति स्वयं ही डरता है, उसको कोई डरता नहीं है| | महात्मा गाँधी |
भय से ही दुःख आते है, भय से ही मृत्यु होती है और भय से ही बुराइयाँ पैदा होती है| | स्वामी विवेकानंद |
जैसे पके फलों को गिरने के अतिरिक्त कोई भय नहीं है, उसी प्रकार जिसने जान लिया है, उस मनुष्य को मृत्यु के अतिरिक्त कोई भय नहीं है| | वाल्मीकि रामायण |
सबसे अच्छे अनमोल वचन
प्रेरणादायक अनमोल वचन
भलाई
भलाई | अनमोल वचन |
हमारा उद्देश्य संसार के प्रति भलाई करना है, अपने गुणों का गान करना नहीं| | स्वामी विवेकानंद |
भलाई करनेवाला पराया भी भाई के समान होता है और भाई भी यदि अहित चाहे तो वह शत्रु ही है| | हितोपदेश |
भलाई जितनी अधिक की जाती है, उतनी ही अधिक फलती है| | मिल्टन |
मनसा-वाचा-कर्मणा दूसरों के शरीर को चोट पंहुचाना पाप है और दूसरों को सुख पंहुचाना पूण्य है, भलाई है| | साईं बाबा |
100 Best Life Anmol Vachan in Hindi
मौन
मौन | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
मौन की भाषा वाणी की भाषा की अपेक्षा अधिक बलवती होती है| | अथर्ववेद |
मौन से कलह का नाश होता है| | महात्मा गाँधी |
बाह्य मौन से कोई आंतिरिक शांति नहीं पा सकता, चाहे युगों तक वह मौन क्यों न बैठा रहे| | गुरुनानक देव |
मौन और एकान्त आत्मा के सर्वोत्तम मित्र हैं| | विनोबा भावे |
चींटी से अच्छा कोई उपदेश नहीं देता और वह मौन रहती है| | फ्रैंकलिन |
प्रेरणादायक अनमोल वचन हिंदी में
लज्जा
लज्जा | अनमोल वचन |
लज्जा का आकर्षण सौन्दर्य से भी बढ़कर है| | शेक्सपीयर |
लज्जा नारी के चरित्र का दर्पण है| | जयशंकर प्रसाद |
लज्जा स्त्री का बहुमूल्य आभूषण है| | कोल्टन |
धन और धान्य के प्रयोग में, विद्या के ग्रहण करने में, आहार और व्यवहार में जो लज्जा का त्याग कर देता है, वह सुखी होती है| | आचार्य चाणक्य |
यदि कोई स्त्री अपनी लज्जा त्याग देती है तो वह अपने सौन्दर्य का सबसे बड़ा आकर्षण खो देती है| | सेंट ग्रेगरी |
Motivational Anmol Vachan
लोभ
लोभ | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
रुपयों का लोभ सब प्रकार की बुराई की जड़ है| | बाइबिल |
लोभ तो स्वाभाविक है किन्तु अतिशय लोभ मनुष्य का सर्वनाश कर देती है| | विष्णु शर्मा ‘पंचतंत्र’ |
लोभी सारा संसार प्राप्त कर लेने पर भी भूखा रहता है| | शेख सादी |
सब अनर्थो का मूल लोभ है| | हितोपदेश |
मनुष्य लोभ का प्याला पीकर मुख और दीवाना हो जाता है| | शेख सादी |
Anmol Vachan in Hindi for Life
व्यवहार
व्यवहार | अनमोल वचन |
सभ्य तथा सदव्यवहार प्रत्येक स्थान पर प्रवेश पत्र का काम करते है| | जॉनसन |
जो मिट्टी को भी सोना बताने हैं, वही व्यवहार-कुशल है| | डिजराइली |
दूसरों के साथ भी हम वैसा ही उत्तम व्यवहार करें जैसा हम स्वयं औरों से अपेक्षा करते हैं| | ऋग्वेद |
व्यवहार बुद्धि के बिना पंडित भी मुर्ख होते है| | विष्णु शर्मा ‘पंचतंत्र’ |
न तो कोई किसी का मित्र है और न ही शत्रु| व्यवहार से ही मित्र और शत्रु बनते है| | नारायण पंडित |
अनमोल वचन छोटे
वाणी
वाणी | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
न शत्रु, न शस्त्र, न अग्नि, न विष और न दारुण रोग ही मनुष्य को उतना संतप्त करते है, जितनी कड़वी वाणी| | नीतिवचन |
मनुष्य के पास बहुत सोना और मणि हो सकते है, परन्तु बुद्धिमान मनुष्य की वाणी ही अनमोल मोती है| | नीतिवचन |
कठोर वचन बोलना सबसे बुरा है, क्योंकि यह तन को जलाकर राख कर देता है| | संत कबीर |
जो वाणी सत्य को संभालती है, उस वाणी को सत्य संभालता है| | विनोबा भावे |
कड़ी बात भी हँसकर कही जाये तो मीठी हो जाती है| | मुंशी प्रेमचंद |
पशु न बोलने से कष्ट उठाता है और मनुष्य बोलने से| | लुकमान |
संसाररूपी कड़वे वृक्ष के दो फल अमृत के सामान हैं- सरस तथा प्रिय वचन और सज्जनों की संगति| | आचार्य चाणक्य |
जो मनुष्य अपने मुँह में लगाम देता है और जीभ को वश में रखता है, वह अपने प्राण को विपत्तियों से बचाता है| | नीतिवचन |
Anmol Vachan for Life
विचार
विचार | अनमोल वचन |
मनुष्य जैसे जीवन व्यतीत करता है, वैसे ही उसके विचार हो जाते है| | मक्सिस गोर्की |
हमने जो कुछ पढ़ा है उस पर विचार करें, उसे हजम करें और उसे अपने जीवन का अंग बना लें| | महात्मा गाँधी |
दुष्ट विचार को सीखना परिश्रम नष्ट करना है, बिना शिक्षा प्राप्त किये विचार करना भयावह है| | कन्फ्यूशियस |
विचार का चिराग बुझ जाने से आचार अँधा हो जाता है| | विनोबा भावे |
विचार ही हमारी मुख्य प्रेरणा-शक्ति होते है| | स्वामी विवेकानंद |
स्टेटस अनमोल वचन
विश्वास
विश्वास | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
वे ही व्यक्ति महान और शक्तिशाली बनते है, जिन्हें अपने आप पर विश्वास है| | स्वामी विवेकानंद |
विश्वास जीवन की शक्ति है| | अज्ञात |
आज को पकड़ लो और कल में कम-से-कम विश्वास करो| | होरेंस |
लोग बहुत बोलनेवाले व्यक्ति का विश्वास नहीं करते| | बाणभट्ट |
विश्वास और श्रद्धा में बड़ी शक्ति होती है| | स्वामी रामकृष्ण परमहंस |
बेहतरीन अनमोल वचन
पुरुषार्थ
पुरुषार्थ | अनमोल वचन |
पुरुषार्थ किये बिना भाग्य का निर्माण नहीं हो सकता| | महर्षि वाल्मीकि |
जो पुरुषार्थ नहीं करते वे धन, मित्र, ऐश्वर्य, उत्तम कुल तथा दुर्लभ लक्ष्मी का उपभोग नहीं कर सकते| | महाभारत |
पुरुषार्थ पुरुष करता है तो सहायता ईश्वर करता है| | मुंशी प्रेमचंद |
पुरुषार्थ मेरे दायें हाथ में है और सफलता मेरे बायें हाथ में| | अथर्ववेद |
भाग्य, पुरुषार्थ और काल तीनों संयुक्त होकर मनुष्य को फल देते है| | मत्स्यपुराण |
प्रेरणादायक अनमोल वचन शायरी
प्रशंसा
प्रशंसा | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
धर्म को जानकर जो मनुष्य वृद्धजनों का आदर-सत्कार करते हैं, उनके लिये इस लोक में प्रशंसा है और परलोक में सुगति| | अज्ञात |
हर इन्सान प्रशंसा चाहता है| | अब्राहम लिंकन |
किसी के गुणों की प्रशंसा करने में अपना समय नष्ट मत करो, बल्कि उसके गुणों को अपनाने का प्रयास करो| | कार्ल मार्क्स |
जो हर किसी की प्रशंसा करता है, वह वास्तव में किसी की प्रशंसा नहीं करता| | जॉनसन |
यदि तुम चाहते हो की दुसरे तुम्हारी प्रशंसा करें, तो पहले तुम दूसरों की प्रशंसा करना सीखो| | इमर्सन |
अनमोल वचन इन हिंदी फॉर लाइफ
बुद्धिमान
बुद्धिमान | अनमोल वचन |
जैसे सुनार चाँदी की मैल को दूर करता है, उसी तरह बुद्धिमान पुरुष को चाहिये की वह अपने पापों को प्रतिक्षण थोड़ा-थोड़ा दूर करता रहे| | भगवान गौतम बुद्ध |
बुद्धिमान के पास धोड़ा-सा धन हो, तो वह बढता रहता है वह दक्षतापूर्वक काम करते हुए संयम के द्वारा सर्वत्र प्रतिष्ठा प्राप्त कर लेता है| | महर्षि वेदव्यास |
थोड़ा पढ़ने और अधिक सोचना, कम बोलना और अधिक सुनना, यही बुद्धिमान बनने का उपाय है| | रविंद्रनाथ टैगोर |
मुर्ख स्वयं को बुद्धिमान समझते हैं, किन्तु वास्तविक बुद्धिमान स्वयं को मुर्ख ही समझते है| | शेक्सपीयर |
जो दूसरों को जनता है, वह विद्वान है, जो स्वयं को जनता है, वह बुद्धिमान है| | लोओत्से |
खतरनाक अनमोल वचन
विपत्ति
विपत्ति | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
विपत्ति से बढ़कर अनुभव सिखानेवाला कोई विद्यालय आज तक नहीं खुला| | मुंशी प्रेमचंद |
यदि तुम संकट काल में हताश हो जाते हो तो निःसंदेह तुम में शक्ति का अभाव है| | बाइबल |
आनेवाले संकट को देखकर अपना भावी कार्यक्रम निश्चित करनेवाला सुखी रहता है| | विष्णु शर्मा |
विपत्तियाँ कभी अकेले नहीं आती| | स्वामी रामतीर्थ |
विपत्ति के आने पर अपनी रक्षा के लिए व्यक्ति को अपने पड़ोसी शत्रु से भी मेल कर लेना चाहिए| | महाभारत |
अनमोल सुविचार इन हिंदी
शांति
शांति | अनमोल वचन |
शांति के अतिरिक्त कोई दूसरा आनंद नहीं है| | टेनिसन |
जो कुछ मिले उसी में संतोष तथा दूसरों से इर्ष्या न करना ही शांति की कुंजी हिया| | धम्मपद |
शांति से बड़ा कोई तप नहीं, क्योंकि क्रोध में इन्सान अपना सब कुछ भूलकर पागल हो जाता है| | महर्षि शुक्राचार्य |
क्रोध से सब काम वैसे नहीं बनते, जैसे शांति से| | गीता |
संपत्ति एवं स्वास्थ्य से भी अधिक मन की शांति का मूल्य जीवन में कहीं अधिक है| | डॉ० राधाकृष्णन |
प्रेरणादायक अनमोल वचन
सफलता
सफलता | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
सफलता का कोई रहस्य नहीं है| वह केवल अति परिश्रम चाहती है| | हेनरी फोर्ड |
संसार में किसी काम का अच्छा या बुरा होना उसकी सफलता पर निर्भर है| | मुंशी प्रेमचंद |
जो धैर्यवान है और मेहनत से नहीं घबराता, सपलता उसकी दासी है| | ईसा मसीह |
सफलता का पहला रहस्य है – आत्मविश्वास | इमर्सन |
अवसर को खो देना सफलता को खो देना है| | चार्ल्स |
प्रेरणादायक अनमोल वचन Status
ज्ञान
ज्ञान | अनमोल वचन |
ज्ञान भय की औषधि है| | इमर्सन |
बलवान से बुद्धिमान और शक्तिवान से ज्ञानवान अधिक शक्तिशाली होता है| | बाइबल |
हर व्यक्ति को ज्ञान में स्वावलम्बी होना चाहिए| | विनोबा भावे |
दुनिया भर का ज्ञान इकठ्ठा कर लेने से वह पंडित बन सकता है, ज्ञानी नहीं| | आचार्य रजनीश ‘ओशो’ |
इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र करनेवाला निःसंदेह कुछ भी नहीं| | महाभारत |
सबसे अच्छे अनमोल वचन Student
नम्रता
नम्रता | महान आत्माओं के अनमोल वचन |
नम्रता, प्रेमपूर्ण व्यवहार तथा सहनशीलता से मनुष्य तो क्या देवता भी तुम्हारे वश में हो जाते है| | लोकमान्य तिलक |
नम्रता और मीठे वचन ही मनुष्य के आभूषण हैं| | स्वामी विवेकानंद |
अभिमान की अपेक्षा नम्रता से अधिक लाभ होता है| | भगवान गौतम बुद्ध |
जो विनम्र है, वही जगत विजयी है| | आचार्य चाणक्य |
आदर पाने के लिए मनुष्य को पहले विनम्र बनना पड़ता है| | नीतिवचन |
विनय पात्रता प्रदान करती है| | हितोपदेश |
नम्रता पत्थर को भी मोम कर देती है| | मुंशी प्रेमचंद |
दुःख और हानि सहने के बाद आदमी अधिक नम्र और ज्ञानी होता है| | बैंजामिन फ्रैंकलिन |
महान आत्माओं के अनमोल वचन के इस सुन्दर लेख में हमने बहुत कुछ देखा, सीखा और समझा जो सबसे महत्वपूर्ण है वह है जीवन जीने की कला|
जीता तो एक कुत्ता भी है हर जानवर, पशु-पक्षी हर जीव-प्राणी जीता है लेकिन सिर्फ मनुष्य ही सभ्य प्राणी में आता है वह सही ढंग से जी सकता है लेकिन आज मनुष्य जानवर से भी ज्यादा बत्तर जीवन बीता रहा है हर जगह लड़ाई-झगड़े, मार-काट मेरा-तेरा जमीन का लड़ाई, सरहद का लड़ाई हर जगह अंधकार ही अंधकार है इन्हीं विचारों को हमें जीवन जीने का तरीका के माध्यम से समझाने की एक सार्थक कोशिश का प्रयास किया गया |
True anmol vachan के माध्यम से हम लोगों को सही मायने में कैसे जिया जाये यह बताने का प्रयास किया है|
जब हम जीवन के किसी मोड़ पर फस जाते है तो हमें जिंदगी की अनमोल बातें ध्यान में आता है सच्ची ज्ञान की बातें ध्यान में आता है क्यों की यह हमें आगे बढ़ने में मदद करते है|
अनमोल वचन संग्रह 500 तस्वीर के साथ महान आत्माओं के अनमोल वचन का एक विशाल संग्रह है जो अपने आप में सम्पूर्ण अनमोल वचन इन हिंदी pdf है जिसमें जबरदस्त महात्मा गाँधी, महर्षि दयानंद स्वस्वती, स्वामी विवेकानंद, भगवान गौतम बुद्ध, आचार्य चाणक्य, विनोद भावे, लोकमान्य तिलक, मुंशी प्रेमचंद, शेक्सपीयर, नितिवचन, रामायण, महाभारत, आदि विचारों का संग्रह है|
इन विचारों का आप पर तबतक कोई असर नहीं होगा जब तक आप अपने अन्दर परिवर्तन लाना नहीं चाहेंगे तो इसके लिए ध्यान एक महत्वपूर्ण इकाई है अपने गुरु ज्ञान की बातें सुनकर भी आपके अन्दर कुछ करने की ललक जाग सकता है|
अगर आप पालन करते है तो मैं पूरे विश्वास के साथ यह कह सकता हूँ आप सही मार्ग पर है सफलता एक न एक दिन जरूर आपके कदम चूमेंगी|
प्रेरणादायक अनमोल वचन को पढ़कर आपके अन्दर आग उत्पन्न होगा और आपके अन्दर का हनुमान जागे और भवसागर से पार जाए इसी कामना के साथ सबका मंगल हो|
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महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
अनमोल को अंग्रेजी में precious कहते हैं|
अनमोल को हिंदी में “सुविचार, सत्य वचन, उत्तम वचन, उत्तम वाणी” आदि नामों से जानते हैं|
- कर्म ही पूजा है और कर्तव्य पालन भक्ति है|
- जीव ईश्वर का अंश है|
- अज्ञान के समान दूसरा कोई बैरी नहीं|
- जहाँ अज्ञान है वहाँ दुःख आकर ही रहेगा|
- सदाचार मानव का धर्म है|
अनमोल वचन का मतलब होता है ऐसे विचार जिसको पूरी तरह जाँचा-परखा गया है जो सोने के 24 कैरेट जितना शुद्ध हो, जो डूबते को तिनके का सहारा हो, जो जीवन में नई उमंग भर दें और जो जीवन जीने की कला सिखाये, रास्ता दिखाये इसे अनमोल वचन कहते है|
जीवन के विचार वह होते हैं जो हमें महान चिन्तक, विचारक और लेखकों से प्राप्त होते हैं यह ऐसे विचार होते हैं जो अपने अनुभव और गहन अनुसंधान द्वारा खोजकर निकाले है जो पूरी तरह जीवन पर आधारित है|
हमें हमेशा सत्य के लिए, सत्य के साथ, सत्य के तरफ ही खड़े रहना चाहिए| सबसे अच्छा विचार यही हो सकता है की आप अपने जीवन में लचीलापन लाएं एक बार मन में ठान लें तो उस कार्य से तब तक न हटें जब तक उसे पूरा न कर लें याद रखें जीतने वाले कोई अलग काम नहीं करते वह हर काम अलग ढंग से करते है|
- जो लोग मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए मन शत्रु के सामान कार्य करता है|
- महान ध्येय का मौन में ही सृजन होता है|
- माँ के ममत्व की एक बूंद अमृत के सामान और सागर से ज्यादा विशाल होता है|
- पहली बार सफलता हमारी किस्मत पर निर्भर करता है लेकिन बार-बार की सफलता सिर्फ हमारी कड़ी मेहनत और लगन का ही परिणाम होता है
- मनुष्य तो दुर्बलताओं की प्रतिमा है जिसमें देवत्व और दानवत्व दोनों का ही समावेश है|
- जो लोग अपनी सोच बदल लेते हैं वह लोग ही दुनिया बदलने की ताकत रखते है|
- इन्सान का व्यक्तित्व तभी उभर कर सामने आता है जब वह अपनों से ठोकर खाता है|
- अपना लक्ष्य हासिल करते वक्त आपको यह सोचना है अगर रास्ता मिल गया तो ठीक और अगर नहीं मिला तो रास्ता मैं खुद बनाऊंगा|
- नारी शांति की प्रतिमा है उसे उच्च पद से नीचे गिराना केवल जाहिलपना है|
- मेरी खुद की अनुमति के बिना कोई भी मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता|
मनुष्य स्वयं का निर्माता होता है मनुष्य के विचार उसको महान और नीचे ले जाते हैं इसलिए हमें अच्छे विचारों के पुस्तकों को निरंतर पढ़ते रहना चाहिए ताकि सकारात्मकता बनी रहे अन्यथा सुन्दर बागों को खुला छोड़ देने पर उमसे झाड़ी-जंगल लग जाते है इसलिए मन को निरंतर खुराक की जरूरत होती है जो किताबों से अच्छे संगत से आते हैं|
हिंदी में सुविचार लिखने के लिए आज बहुत से रास्ते हैं जैसे आप किताब खरीद सकते हैं, गूगल कर सकते हैं, youtube पर motivational video सर्च कर सकते हैं इसके अलावा सत्संग या ध्यान केंद्र जा सकते हैं| वहाँ से प्राप्त जो भी अनुभव होगा उसका आप नोट बना सकते हैं|
अपने देखने के नज़रिए में बदलाव लाकर हम अच्छे विचार बना सकते है मसलन
- अच्छा सोचे
- शिकायत न करें
- अपनी समस्या पर नहीं समाधान पर ध्यान केन्द्रित करें
- बड़ा सोचे
- ऊँचा सोचे
- तनाव मुक्त रहें
- ध्यान करें
- खुद भी आगे बढ़े और दूसरों को भी प्रेरित करें
- योगासन करें
क्या अनमोल वचन को पढ़ने से जीवन में उन्नति-प्रगति आती है- “नहीं बिलकुल नहीं” उनके बातों पर अमल करके जीवन में उन्नति और प्रगति आती है| जो इन्सान इन परखे हुए शब्दों पर अमल करता है उनके बतायें रास्ते पर चलता है सफलता उसको मिलता है|
मनुष्य के दिमाग का एक सिस्टम है इसे जिस तरफ लगाओ यह उसी तरफ बढ़ता जाता है इसे अच्छे ख्याल देंगे यह और अच्छा बनता जाएगा इसे बुरे ख्याल देंगे यह और बुरा बनता जाएगा| अपने दिमाग से नेगेटिव सोच को निकलने के लिए मन को हल्का करने की जरूरत है इसके लिए शांत कमरे में ध्यान करें, बाहर टहलने जाए, शाकाहारी भोजन करें, हल्का और मधुर संगीत सुने, प्रेरणादायक किताबें पढ़े आदि…
निष्कर्ष
“अनमोल वचन 500” नाम से ही सिद्ध होता है की ऐसे वचन- जो अनमोल हैं और यह सबसे अच्छे अनमोल वचन हैं|
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जिनका कोई मोल नहीं यानी बेशकीमती जिनमें इतनी ताकत होती है जो किसी के भी जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सके| यह शब्द इतने शक्तिशाली होते है की इनको अगर ध्यानपूर्वक पढ़ा जाए तो यह किसी के भी पूर्व निर्धारित विचार को बदल सकते है यह शब्द हमें जीवन जीने की प्रेरणा देते है हिम्मत और साहस देते है यह शब्द हमें प्रेरित करते है कुछ करने के लिए इसलिए इन महापुरुषों के वचनों का अनुसरण कर अपने जीवन को धन्य बनाये यही हमारा उद्देश्य और लक्ष्य है जिससे सबका कल्याण हो!
***देश दुनिया के महान लोगों के वचनों वह विचारों का संग्रह जिसे आप अपने आत्मा के गहराइयों में उतारे और अपने जीवन को सार्थक करें – सबका मंगल हो! ***