एक हजार (1000) सहस्रलिंग
एक ऐसा स्थान जहाँ एक हजार (1000) सहस्रलिंग मौजूद हैं।
एक अनोखी, अद्भुत और अविश्वसनीय मगर सच्ची घटना…
दुनिया में एक ऐसा स्थान मौजूद है जहाँ एक हजार शिवलिंग (सहस्रलिंग) आज भी विद्यमान है|
सहस्रलिंग एक तीर्थ स्थान है जो भारत के कर्नाटक प्रदेश में है यह कन्नड़ जिले के सिरसी तालुक से आगे जंगल है फिर याना नाम का गाँव मिलेगा इस गाँव से आगे शालमाला नदी है|
इसकी एक कहानी है जो महादेव और भस्मासुर से जुड़ा है भस्मसुर महादेव से आशीर्वाद प्राप्त कर उन्ही को भस्म करना चाहता था लेकिन भगवान विष्णु उसको कत्थक नाच में नचाकर उसी को भस्म कर दिए वह चट्टान आज भी मौजूद है चट्टान एकदम खड़े, लम्बी, नुकीली और आग से झुलसी हुई दिखती है यह गाँव इन्ही पहाड़ों से घिरा है इन पहाड़ों की ऊँचाई लगभग 400 मीटर है| पहाड़ के अन्दर एक बहुत बड़ा गुफा है बताया जाता है की भगवान शिव यहाँ कुछ दिन बिताये थे| यही पर भगवान विष्णु भस्मासुर को भस्म किया था|
लगभग 14 किमी दूर शाल्मला नदी है यह उस स्थान के लिए प्रसिद्ध है जहाँ नदी में और इसके आसपास लगभग एक हजार लिंग हैं।
विकिपीडिआ के वेबसाइट पर भी इसका विवरण देखने को मिलता है for more information you can click here
एक कथा से अनुसार राजा को कोई संतान नहीं था तो वह एक ऋषि से अपनी बात बताते है इस पर ऋषि उनको बताते है की राजा तुम बच्चा शालमाला नदी के पास जाओ वहां मौजूद पत्थर से एक हजार शिवलिंग बनाओ लेकिन ध्यान रहे यह शिवलिंग एक ही रात में बनने चाहिए (सुबह तक बन जाने चाहिए) यहाँ के शिवलिंग को रामायण काल से भी जोड़कर देखा जाता है|
कहानी यह है की यहाँ एक हजार शिवलिंग 1000 shivling बन जाते तो यह स्थान गोकर्ण बन जाता इसलिए भगवान श्रीकृष्ण ने एक हजार शिवलिंग बनाने नहीं दिए 999 की ही मान्यता है|