Complete Information about Pyramid
पिरामिड की जानकारी
संक्षिप्त परिचय
दुनिया के सात अजूबो में एक “पिरामिड” के बारे में विस्तार से चर्चा करना और “पिरामिड की जानकारी” देना अपने आप में रहस्य है लेकिन हमारा कोशिश रहेगा की पिरामिड के बारे में “complete information on pyramid” दिया जाए जिसमे Egyption pyramids, pyramids of Giza के बारे में जानकारी हो|
हमारा कोशिश है की पिरामिड के बारे में आपको full & complete information प्राप्त हो इसके तहत पिरामिड का अर्थ क्या है? पिरामिड में उर्जा कहाँ से आता है? आखिर पिरामिड का आकार ऐसा क्यों है? इन सब के बारे में आप जाने इसके साथ-साथ पिरामिड किसने बनाया? मिश्र के पिरामिड का रहस्य क्या है? इसको भी जानेंगे और पिरामिड के अनसुलझे रहस्य को सुलझाने का प्रयास करेंगे|
आज इस विषय पर गहन रिसर्च किया जा रहा है तमाम विज्ञानिकों द्वारा इसपर गहन शोध किया भी गया है और आगे जरी भी है यह लेख उनके रिसर्च पर आधारित है इसके अलावा तमाम किताबों के अध्ययन पर आधारित है आखिर क्यों पिरामिड का आकर के अन्दर इतनी शक्ति है इसको विस्तार से जानेंगे|
हमारा यह दावा है अगर कोई भी पिरामिड के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने का इच्छुक है और इस लेख को आगे पढता है तो हम यह विश्वास के साथ कह सकते हैं की यहाँ आपको सम्पूर्ण जानकारी (पिरामिड का रहस्य) प्राप्त होगा यहाँ पिरामिड से जुड़े हर विषय पर गहराई से बताया गया है|
और जैसे-जैसे आप इसको आगे पढ़ते जायेंगे आप पिरामिड के गूढ़ रहस्य को समझते जायेंगे और इससे पर्दा उठता जायेगा…
विस्तार से समझें
“पिरामिड की जानकारी” आज के इस डिजिटल युग में भी ऐसे प्रकृति चमत्कार मौजूद है जो इन्सान की समझ से परे है जिसको समझना आज भी एक पहेली बनी हुई है| ऐसा ही एक मानव द्वारा निर्मित संरचना है “मिस्र के पिरामिड” यह विश्व के सात महान आश्चर्य में से एक माना गया है|
यह पिरामिड हजारों वर्ष पहले बनाये गये थे पिरामिड हमेशा से रहस्यमयी और आकर्षण का केंद्र रहा है इस पर बहुत से विज्ञानिक और शोधकर्ता अपना-अपना रिसर्च (अन्वेषण) का कार्य कर रहे है पिरामिड की जानकारी उनके रिसर्च से प्राप्त जो तथ्य हमारे सामने आये है उसे ही हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे है| जो अपने आपमें अद्भुत और चमत्कारी है|
पिरामिड की जानकारी विषय में हम पिरामिड के सम्पूर्ण जानकारी का परत दर परत अध्यन करेंगे और उसपर से पर्दा भी उठाएंगे ताकि आप यह जान सके इस रहस्य की गुथी को|
संक्षेप में आपको बता दें की पिरामिड का आकार शंकु के सामान होता है इसलिए यह ऊपरी कोने से ब्रम्हांडीय उर्जा को अपनी ओर खींचता है इसके उपरांत ये अपने अन्दर प्रविष्ट सकारात्मत उर्जा को चारों तरफ फैला देता है फिर नीचे के चारों कोनों से उस उर्जा को बाहर फेंकता है जिसके कारण वहाँ पर मौजूद नकारात्मत प्रभाव को मिटाकर सकारात्मक उर्जा का प्रभाव को बढाता है|
इसी वजह से उसमे रखी हर चीज यथावत रहता है उस वास्तु या प्रदार्थ का गुण कभी खराब नहीं होता है बल्कि उसका प्रभाव और बढ़ जाता है|
Piramid Facts (पिरामिड की जानकारी) टॉपिक में हम पिरामिड की रचना कैसे हुई, पिरामिड क्या है? इसका निर्माण कब, कहाँ, कैसे हुआ इसका लाभ-हानि को समझेंगे पिरामिड और वास्तुशास्त्र से सम्बन्ध, ज्योतिषीय-ऐतिहासिक व् गणितीय महत्त्व को समझेंगे साथ ही साथ मनुष्यों पर इसका प्रभाव को समझेंगे|
हम पिरामिड आकार के यंत्रों को किस प्रकार घर बैठे बनाकर इसका लाभ प्राप्त कर सकते है इस पर भी विस्तार से “पिरामिड की जानकारी” देंगे ताकि आप भी इस अद्भुत चमत्कारी यंत्रों का लाभ ले सकें|
गिजा के पिरामिड का रहस्य
Secrets of The Great Pyramid of Giza
गिजा के पिरामिड का निर्माण कैसे हुआ इसका ऊँचाई, लम्बाई, चौड़ाई और वजन सब जानेंगे|
“पिरामिड का रहस्य in hindi” में आपको बताने का प्रयास करते हैं सबसे पहले तो इसकी ऊँचाई 146.6 मीटर है, इसको बनाने में 20 वर्ष लगे थे, पिरामिड बनाने के लिए कुल 6 मिलियन टन पत्थर का इस्तेमाल किया गया अगर इसको दुनिया का सबसे ऊँची ईमारत बुर्ज खलीफा जिसका वजन सिर्फ 5 लाख टन है उससे भी यह एक टन भारी है बुर्ज खलीफा को बनाने के लिए बेहतरीन तकनीक का इस्तेमाल किया गया लेकिन पिरामिड को बनाने के लिए उस समय कोई तकनीक भी नहीं था फिर भी इतना विशाल ईमारत का निर्माण कैसे कर लिया गया? मिश्र के पिरामिड का निर्माण कब हुआ?
यह सन 2560 ई०पूर्व बना था यानि 4500 साल से आज भी खड़ा है|
इन पिरामिड को बनाने के लिए लोगों को यातना दिया जाता था मारा जाता था ऐसा हमारे फिल्मों में बताया जाता है लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं था उनको बनाने लोग उच्च श्रेणी के कारीगर थे उनको भरपूर भोजन दिया जाता था उनका ख्याल रखा जाता था ताकि वह बेहतर ढंग से अपना काम कर सके| लोग एक परिवार की तरह काम करते थे इसीलिए इनके चित्रों में लोग लम्बे चौड़े और मजबूत होते थे यह इस बात का प्रमाण है की कारीगरों का पूरा ख्याल रखा जाता था| राज्य के हर लोग मिलकर काम करते थे| कुल मिलकर (20) बीस हजार से ज्यादा कारीगरों के सहायता से पिरामिड को बनाया गया|
पिरामिड को बनाने के लिए 6 लाख टन चूना पत्थर का इस्तेमाल किया गया था| 8 हजार टन ग्रेनाइट पत्थर का इस्तेमाल किया गया| साथ ही साथ 5 लाख टन मोर्टार का इस्तेमाल किया गया था|
इस पिरामिड को सन 2560 ई०पूर्व में राजा फैरो खुफू द्वारा बनाया गया| यह पिरामिड नील नदी पर बना है यह एकलौता पिरामिड नहीं है इसके अलावा और दो पिरामिड है कुल 3 तीन पिरामिड बने हैं इन तीनो पिरामिडों में “The great pyramid of giza” सबसे ऊँचा माना गया है| इससे छोटा पिरामिड बगल में ही बना है उसे “Pyramid of Khafre” कहा जाता था खुफु के बेटे खाफारे ने उसे बनाया था| तीसरा पिरामिड है “Pyramid of menkaure”यह पिरामिड बाकि दोनों से छोटा है और इसको खाफ्रे के बेटे ने बनाया था|
इसके अलावा और भी पिरामिड है जैसे “The Great sphinx of giza” आदि कुल 118 पिरामिड और भी मौजूद है जो अलग-अलग आकार-प्रकार के हैं| इन तीन पिरामिड को छोड़ बाकि सारे पिरामिड लगभग टूट चुके हैं|
पिरामिड क्यों बनाए गए थे? और पिरामिड के अन्दर क्या है?
दरअसल मिश्रवासी पुनर्जन्म में विश्वास रखते थे उनके अनुसार मनुष्य का दुबारा जन्म होता है इसलिए इन पिरामिडों को मकबरे की तरह इस्तेमाल किया जाता था जहाँ इनके राजाओं और अन्य लोगों के शव को ताबूत में बंद कर रखा जाता था|
एक मान्यता के अनुसार मृत्यु के बाद जीवन ख़त्म नहीं होती है बल्कि भगवान हमारी आत्माओं पर पुनः विचार करते है जो लोग अच्छे कर्म किए है वह हमेशा जिन्दा रहेंगे| इसलिए लोग जब जिन्दा रहते थे तो अपने साथ बहुत सारा सामान जैसे खाने-पीने का सामान दैनिक इस्तेमाल में आनेवाली वस्तु अपने पास रखते थे ताकि मरने के बाद वह काम आ सके|
इस बात की प्रमाणिकता के लिए पिरामिड के दीवारों पर बहुत सारे लेख लिखे हुए थे जिनको पढ़कर यह जाना जा सकता है दूसरा उनके चित्रों को देखकर भी यह समझा जा सकता है|
पिरामिड उर्जा शक्ति का रहस्य
Pyramid energy power
मिस्र के पिरामिड कहाँ स्थित है?
पिरामिड का नाम हमारे सामने आते ही हमें मिस्र के हजारों साल पुराने पिरामिड की याद आ जाती है जो रेगिस्तान में गगन चुम्भी स्मारक के रूप में दिखते है पिरामिड का आकार वास्तुशाश्त्र का एक बेजोड़ नमूना है इस आकार के अन्दर उर्जा शक्ति भरी पढ़ी होती है इसे जीवनदायनी उर्जा कह सकते है|
इन पिरामिड में भगवान द्वारा प्रदान की हुई ब्रम्हांडीय उर्जा का प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल किया जाता था पिरामिड के अन्दर राजा के बैठने का एक निश्चित स्थान होता है जनता दरबार व् अन्य स्थान सुनिश्चित की गयी है साथ ही साथ राजा-रानी का शव रखने का भी एक निश्चित स्थान निर्धारित था और हर स्थान को Pyramid energy power मिलता रहता था जिससे उस स्थान पर रहने वाले लोगों को जबरदस्त उर्जा शक्ति प्राप्त होता था ऐसा प्रतीत होता था जैसे मुर्दा अभी बोल देगा|
पिरामिड की विशेष संरचना को देखते हुए हमें यह ज्ञात होता है की उस समय विज्ञान और वास्तुशास्त्र का बेजोड़ नमूना था उस समय के विज्ञानिकों का प्राकृतिक के साथ जबरदस्त तालमेल था जो पिरामिड के रूप में हम सबके सामने है| यह सब पिरामिड की जानकारी का एक छोटा सा जानकारी था|
पिरामिड का अर्थ?
Definition of Pyramid?
पिरामिड किसे कहते हैं?
पिरामिड शब्द ग्रीक भाषा के “पायरा” शब्द से लिया गया है मिड यानि “मध्य” अर्थात यह दो शब्दों का मेल है पायरा + मिड = पिरामिड बना है पायरा से तात्पर्य है ‘अग्नि’ तथा मिड से ‘केंद्र’ अर्थात जो अर्थ निकल के आया उसका मतलब है वास्तु के मध्य में अग्नि|
अग्नि का मतलब यहाँ ऊर्जा के रूप में है पिरामिड के आकार को अगर हम ध्यान से देखे तो उसके पांच कोण है एक ऊपर की दिशा में और चार नीचे के ओर अब अगर आप ध्यान दें तो पांचो कोण के मध्य में एक स्थान बनता है जिसको केंद्र स्थान या किंग्स चैम्बर कहते है जहाँ ऊर्जा की विकिरण एकत्रित होती है|
पिरामिड का मतलब
Pyramid meaning
पिरामिड किसे कहते है चारों दिशाओं पर आधारित है पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण त्रिभुजनुमा चार आकृति के यन्त्र को पिरामिड कहते है|
पिरामिड के पाँचों कोनों से एक विशेष प्रकार की ऊर्जा प्रभाहित होती है जो पिरामिड के एक तिहाई ऊँचाई पर आकर इकट्ठी होती है इस स्थान को फोकल जॉइंट कहते है यहीं से यह ब्रम्हांडीय ऊर्जा आस-पास के पुरे जगह को प्रभावित करता है सबमे सकारात्मक प्रभाव का संचार करता है|
Pyramid के PY को पिरामिड से अलग कर दें तो ramid रामिड शब्द बनता है मिस्रवासी के मुताबित RA रा शब्द सूर्य देवता का सूचक है हमारे ऋषियों के द्वारा भी ‘र’ बीज मंत्र है जो सूर्य का प्रतिक है यानि “अग्नि” है तो कुल मिला के पिरामिड एक ऐसा उपकरण या सरंचना है जिसके मध्य अग्नि तत्व मौजूद है जो सकारात्मक उर्जा कहलाता है|
पिरामिड का आकर
Shape of Pyramid?
पिरामिड का आकर दशो दिशाओं पर आधारित है लेकिन मुख्या रूप से चार दिशों पर आधारित है|
पिरामिड के कोने शांति के प्रतीक है|
तिकोने भाग आत्मिक शक्ति के प्रतीक
पिरामिड का उत्तरी भाग गर्मी का प्रतीक
दक्षिण भाग ठंडक का प्रतीक
पूर्व का भाग प्रकाश का प्रतीक
पश्चिम का भाग अन्धकार का प्रतीक माना गाया है|
पिरामिड की पहली बात यह है की इसका ऊपरी नुकीला भाग जहाँ से सूर्य की ऊर्जा विशेष प्रकार से फ़िल्टर होकर अन्दर आती है और प्राण शक्ति का संचार करती है और दूसरी बात है पृथ्वी के भूगर्भ (यानि जमीन के नीचे) से प्राप्त होती है जहाँ राजाओं की ममी रखी जाती है|
अतः पिरामिड की शक्ति का रहस्य आकाश की ऊँचाई के साथ-साथ जमीन की गहराई दोनों में छिपा है|
यह दोनों ही बातें मंदिर, मज्जिद और गिरजा घर तीनो ही स्मारक के गुम्बजो पर भी लागु होता है|
हिन्दुओं के मंदिरों में भी पिरामिड की जानकारी का बखूबी इस्तेमाल किया गया है| गुम्बजों की व्यवस्था भी वही है जी पिरामिड की है इसमें ध्वनि विज्ञान भी ज्यादा मुखरित होती है और मंदिरों में रखी प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियाँ ऐसा प्रतीत होता है जैसे जागृत अवस्था में है मंदिरों में दीवारों पर अलग-अलग प्रकार के आकृति भी उकेरी हुई होती है साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के देवी-देवताओं की मूर्ति की नक्काशी की जाती है|
शिव मंदिरों में उपरी गुम्बजो से बीच में ढेर सारा घंटा भी बांधा जाता है जिसको बजाने पर एक अद्भुद ध्वनि सुनाई देती है| मंदिरों के अन्दर बैठकर ध्यान करने से मन को शांति का अनुभूति होती है मन एकाग्र होता है और परम सुख की प्राप्ति होती है|
अब बात मस्जिदों की तो उसमे बी पिरामिड की जानकारी का मिश्रण आपको दिख जायेगा पिरामिड के आकर की तरह ही होता है फर्क सिर्फ इतना ही है की पिरामिड चौकोर होता है और मस्जिद गोल रूप में होता है जहाँ तक गुम्बज का सवाल है हिन्दुओं के मंदिर गुम्बज की ही विशेषताओं की नक़ल को मुसलमानों द्वारा बिलकुल हुबहू जैसा है वैसा ही अपनाया लेकिन केवल सुन्दरता के नज़र से मुसलमान अपने मस्जिदों में विभिन प्रकार की नक्काशी करते है|
उसको सुन्दर बनाने के लिए साफ सफाई का भी विवेश व्यवस्था किया जाता है लेकिन जो सबसे मूल बात है की मंदिर के बनावट की विज्ञानिक आधार को नहीं समझ पाए और केवल सुन्दरता पर ही रह गए इसलिए लाभ की दृष्टि से यह उतना कारगर नहीं है|
इसी तरह गिरजाघर के आकृति को अगर देखते है तो इसको भी पिरामिड की जानकारी के मुताबित ही बनाया गया है ऊपर का ता नक़ल बखूबी किया गया लेकिन नीचे यानि भूगर्भ भाग छुट गया जिसके वजह से इसका सम्पूर्ण लाभ नहीं प्राप्त होता है|
पिरामिड एक सम्पूर्ण विज्ञान है जिसका अगर सही ढंग से नक़ल करके गिरजाघर बनाया जाता तो सम्पूर्ण लाभ निश्चित है चर्च बनाते समय विद्वानों ने आकाश तत्व पर ही विशेष ध्यान दिया बाकि संरचना को नज़रअंदाज किया गया जिसके वजह से सम्पूर्ण लाभ से वंचित हो गये भूगर्भ के शक्तिपात की तरफ किसी का ध्यान ही नहीं गया| अतः ऊपर से सकारात्मक ऊर्जा आ तो रही है लेकिन अपने सम्पूर्ण रूप में वेवस्थित नहीं हो पा रही है और नष्ट हो जाती है|
पिरामिड किसने बनाया?
Who builds the pyramids?
पिरामिड किसने बनाया इस सवाल का सही जवाब देना संभव नहीं है ऐसे बहुत से किताब आपको पिरामिड की जानकारी से सम्बंधित मिल जायेगा जिसमे तमाम जानकारी है|
आज से 5000 वर्ष पूर्व निर्मित गीजा का पिरामिड इसे राजा-रानी ने बनवाया था पिरामिड का निर्माण सम्राट खुफू और उनकी महारानी स्मारक के तौर पर बनाया गया था| इसके लिए 1 लाख मजदुर, 30 वर्षो में बनाये थे| कुछ लोगों द्वारा पिरामिड को एलियंस द्वारा बनाया गया था ऐसा मानते है पिरामिड में स्पेस-शिप व् एलियंस के फोटो भी पाए गए है इसलिए कुछ लोग उन्ही को इसका निर्माणकरता मानते है सबसे मजेदार बात यह है की पूरी दुनिया में जितने भी पिरामिड बने है सब एक ही समय में बने थे|
पिरामिड क्यों बनाया गया?
Why were the pyramids built?
पिरामिड बनाने का एक ही मकसद था अपने पूर्वजो, राजा-रानी को सुरक्षित रखने के लिए पिरामिड बनाया गया था मिस्र के लोग बहुत ही धार्मिक हुआ करते थे वह पूर्व जन्म में विश्वास करते थे और एलियंस से भी इसका रिश्ता दिखता है क्योंकि उनके स्पेस-शिप के आकर से मेल खाता पिरामिड का नक्शा है| तो मुलभुत से ममी को रखने के लिए पिरामिड बनाया गया था|
गिज़ा के पिरामिड के अन्दर कितने ममी पाए गए?
How many mummies were found in the great pyramids of giza?
अब तक की खोज के मुताबित गिज़ा के पिरामिड के अन्दर 30 ममियों के मकबरे मिले है सभी ममी ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे जीवित अवस्था में हो इनपर अलग-अलग प्रकार के लेप लगे हुए थे कपड़े लपेटे हुए थे जबकि यह सब मृत शरीर 4000 साल पुराने थे| यह एक अद्भुद संयोग ही है की इतने वर्षो के बाद भी बिलकुल जीवित की तरह लग रहे हैं|
पिरामिड की जानकारी पुस्तक के मुताबित यह आश्चर्य ही है की ममी के शवों को कोई नुकसान क्यों नहीं हुआ इससे यह पता चलता है की पिरामिड की जानकारी पुस्तक के बताए अनुसार उनका technology आज के विज्ञान से काफी उन्नत थी|
पहला पिरामिड कब, कहाँ और किसने बनाया?
When, where and who built the first pyramids?
पिरामिड कहाँ स्थित है? मिस्र का पिरामिड स्टेप पिरामिड Djoser जोसर दुनिया का सबसे पुराना और पहला पिरामिड था जो की लगभग 4700 वर्ष पूर्व बनाया गया था इसे सम्राट खुफू ने बनाया था लेकिन इसका कोई साक्ष्य या प्रमाण उपलब्ध नहीं है|
दीवारों पर खुदे लेख और तस्वीर से भी यह स्पष्ट नहीं होता की इसके असली मालिक का नाम क्या था क्योंकि 4000-5000 वर्ष के बीच न जाने कितने प्रलय-तूफान आये होंगे कितनी सभ्यता बदल गयी समाज ही साफ़ हो गया इसलिए यह बता पाना की किसने बनाया यह बहुत मुश्किल है|
मिस्र के पिरामिड का रहस्य
Great pyramid of giza shape
Mr. Will Osborne द्वारा लिखित पुस्तक Mummies and Pyramids (Magic Tree House Research Guide पिरामिड की जानकारी के बारे में एक बेहतरीन पुस्तक है|
How old are the pyramids मिस्र के पिरामिड का निर्माण लगभग 3000 से 2500 ई0 पूर्व में हुई थी यह नील नदी के साथ-साथ दक्षिण की और से लगभग 100 किलोमीटर दुरी तक बना है| कुछ लेखकों का ऐसा विचार है की मिश्र के पिरामिड भारतीय कलाकारों और शिल्पकारों का अद्भुत रचना है उनके कथन अनुसार यह पिरामिड भारतीय कलाकारों द्वारा बनाया गया यह भारतीय संस्कृति का एक नमूना है तो फिर सवाल उठता है की भारत में एक भी पिरामिड क्यों नहीं है?
इस प्रश्न के उत्तर में यह कहा गया की भारत की जलवायु और वातावरण के मुताबित इसकी आवश्यकता ही नहीं है क्योंकि यहाँ तीनो जलवायु मौजूद है ठंडी, गर्मी और बरसात है दूसरी बात भारत में घना वन होने के कारण एक साथ हजारों पेड़ों का काटना संभव नहीं है तीसरी बात इसके लिए रेगिस्तान का स्थान उपयुक्त माना गया था|
लेकिन एगिप्त में गर्मी अधिक पढ़ती है और रेगिस्तान होने के कारण वहां इसकी आवश्यकता महसूस किया गया|
मिस्र के लोग बहुत अधिक धार्मिक होते थे वो अपने प्रियजनों, महत्वपूर्ण व्यक्ति के मर जाने पर पिरामिड का निर्माण करते थे उनका माना था की मृत्यु को जीवन का अंत नहीं मानते थे उनका मानना था की यह मृत शरीर पुनः जीवित हो उठेंगे उनके विशाल रचनाओं को देखकर प्राचीन मिस्र के लोग अपने नगरों और शहरों के अपने-अपने देवी-देवता हुआ करता थे और वे इन्हें अलग-अलग पशु के रूप में पूजते थे| अन्य देशों में भी पिरामिड बने है जैसे अमेरिका, चाइना, अफ्रीका, फ्रांस, इंग्लैंड आदि देशो में बने है|
गिज़ा के विशाल पिरामिड को बनाने के लिए लगभग 13 एकड़ बालू-मिट्टी की भूमि को समतल करके पत्थरों के सहायता से निर्माण कराया गया था|
मिश्र के महान गिज़ा पिरामिड की जानकारी
Pyramid of Giza information in hindi
मिश्र के गिज़ा के पिरामिड (Giza Pyramid in hindi) यह मिश्र की राजधानी काहिरा में स्थित है| मिश्र शहर नील नदी के किनारे पर बसा है और यह बहुत शक्तिशाली और खूबसूरत शहर हुआ करता था| गिज़ा का महान पिरामिड प्राचीन काल में बना था और यह दुनिया के सात महान अजूबों में से एक है| “ग्रेट पिरामिड” अपने आप में रहस्यों से भरा हुआ है|
मिश्र के महान राजा खुफु के मृत्यु के पर्श्चत उनके शव को ताबूत में अच्छे से जडी-बुटी का लेप लगाकर इसी पिरामिड के अन्दर रखा गया था जो आज भी मौजूद है| उनके अलावा जितने भी राजाओं का राज रहा उन सबके शवों और उनके आभूषणों को उनके साथ ही दफ़न कर दिया गया था|
मिश्र के पिरामिड की संरचना
Giza Pyramid Architecture in hindi
Giza pyramid Architecture का जहाँ तक सवाल है तो यह इंजीनियरिंग का एक बेमिसाल नमूना है जिसको मोर्टार पत्थरों से बनाया गया जिसमें लगभग 23 लाख पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है| यह एक बहुत बड़े भू-भाग पर बनाया गया है| इसका आकार त्रिकोणनुमा (त्रिभुज) है इसको बनाने के लिए 14 एकड़ भूमि का प्रयोग किया गया है| ड्रोन से देखने पर इसका नज़ारा अद्भुत लगता है इसके आठ कोण हैं दो सौ सीढ़ियों की सहायता से पिरामिड के ऊपरी छोर तक पहुंचा जा सकता है|
गिज़ा के पिरामिड की जानकारी या उसके मूल को समझना और उसके आर्किटेक्चर को समझना अद्भुत है|
मिश्र के पिरामिड की इतिहास
Giza Pyramid History in hindi
मिश्र के पिरामिड का इतिहास के बारे कहा जाता है की यह चौथे राजवंश के काल का माना जाता है| मिश्र के गिजा के महान पिरामिड सन 2500 ई० पुरानी मानी जाती है हलांकि यह बात पुरातत्ववेत्ताओं द्वारा सिद्ध किया जा चुका है| लेकिन इसके कोई ठोस प्रमाण मौजूद नहीं है|
मिश्र के पिरामिड का आज तक टिके रहने का मुख्य कारण इसका आकार है यह पिरामिड हर प्रकार के मौसम को झेल सकता है गर्मी-बरसात-सर्दी-तूफान इसकी मजबूती बेमिसाल है और खूबसूरती सुभानअल्लाह है जिसको देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते है| पिरामिड के नींव के अन्दर बड़े-बड़े चट्टानों को एक दूसरे के साथ इस प्रकार बंधा गया है की यह बड़े से बड़े भूकंप को भी झेल सकता है|
इस प्रकार मिश्र के पिरामिड की जानकारी और उसका इतिहास के राजवंश को हमने जाना|
पिरामिड की इतिहास
Great Giza Pyramid inside
मिश्र के “पिरामिड ऑफ़ ग़िज़ा” दुनिया के सात अजूबों में से एक हैं यह पिरामिड 2500 वर्ष पुराने हैं इस की संरचना-बनावट अद्भुत है आज यह कल्पना करना भी मुश्किल है की उस समय जब तकनीक नहीं था तो कैसे इसने विशाल ईमारत का निर्माण किया गया और सबसे महत्वपूर्ण बात इतना विशाल पिरामिड गणित के आधार पर किया गया जो अद्भुत और शानदार है|
इसकी एक एक-एक चट्टान इतनी सटीक रूप से लगी है की आज के विज्ञान के मुताबिक तकनीक की सहायता के बिना संभव ही नहीं है क्योंकि उस समय क्रेन नहीं थे फिर भी ऐसा अद्भुत निर्माण लोगों को आश्चर्यचकित कर देता है|
यह पिरामिड मानव निर्मित रचना है जो एक शानदार और बेहतरीन सभ्यता का जीता जगता उदाहरण है| पिरामिड के अन्दर राजा बैठकर शासन करते थे मरने के बाद उनके शव को उस पिरामिड के अन्दर सुरक्षित रख दिया जाता था|
गिजा पिरामिड के रोचक तथ्य
Interesting facts about Giza Pyramids
- गिज़ा पिरामिड 2500 वर्षो से ज्यादा पुराना है|
- ग्रेट गिज़ा पिरामिड को इस तरह बनाया गया है कि बाहर के तापमान का असर अन्दर न पड़े और अन्दर का तापमान पृथ्वी के तापमान से लगभग स्थिर रहे ताकि मौसम का लोगों पर प्रतिकूल असर न पड़े|
- पिरामिड के निर्माण को स्थिर रखने के लिए इसके नींव में बड़े-बड़े चट्टानों का सॉकेट बनाया गया है जिससे यह भूकंप रोधी बन सके|
- पिरामिड के मदद से ग्रहों के चाल का गणना किया जाता था|
- पिरामिड का स्वास्थ्य पर शुभ प्रभाव पड़ता है नियमित प्रयोग से शरीर पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है|
अमेरिका पिरामिड
American pyramid
अमेरिकी पिरामिड कहां हैं? सन 250 ई० से 900 ई० के मध्य में माया सभ्यता अपने उच्च स्थिति में था यह सभ्यता मैक्सिको, ग्वाटेमाला और युकाटन के द्वीपों में स्थित है| इस समय यह नगर बहुत विकसित था| पुरातत्ववेत्ताओं के अनुसार उस समय यहाँ के लोग इमारतों का निर्माण शुरू कर चुके थे उस समय के प्राप्त इमारतों के शिलाओं, बर्तनों का आकार, सजावट के वस्तुओं को देखने के बाद यह अनुमान लगाया जा सकता है की उनकी सभ्यता कितनी विकसित थी|
उसी द्वारन बनाया गया एक विशाल पिरामिड भवन अपने कला का एक अनोखा उदहारण है| इसे अमेरिका का पिरामिड भी कहते है| इसका निर्माण बड़े-बड़े चट्टानों की सहायता से बना गया था|
अंटार्कटिका पिरामिड
The Mysterious "Pyramid" Discovered In Antarctica
“New pyramid in Antarctica” अंटार्टिका लगभग एक करोड़ चालीस लाख किलोमीटर का वीरान धरती है| जहाँ सिर्फ और सिर्फ बर्फ के मोटे परत चड़े है कहा जाता है की एक समय में यहाँ बस्ती हुआ करती थी लोग रहते थे फिर एक समय आया धरती में “magnetic center shift” होने के कारण यह जगह रहने लायक नहीं बचा यहाँ से मानव का पतन हो गया| हर 12 से 20 हजार साल में एक बार इस तरह का बड़ा बदलाव होता ही है| आज भी धरती का शुद्ध पीने लायक पानी यहीं पर जमा हुआ है|
सन 2013 में “new pyramid found” एक नया पिरामिड का खोज हुआ बर्फीले अंटार्टिका में, रूस की एक वेबसाइट ने तीन पिरामिड खोजने का दावा किया बर्फ से ढकी इस क्षेत्र में जहाँ बारहों महीने बर्फ ही बर्फ रहता है वहाँ एक पिरामिड समुद्र तट के पास मानव निर्मित पिरामिड था दूसरा और तीसरा पिरामिड वहाँ से लगभग 15 किलोमीटर दूर पाया गया जो पूरी तरह समुद्र में डूब चुके थे|
Antarctica pyramids (पिरामिड) की मौजूदगी का होना यह साबित करता है की उस समय वहाँ नदी-पर्वत, पेड़-पौधे हरियाली हुआ करता था और लोग रहते थे बस्ती भी बनी होगी लेकिन फिर समय के परिवर्तन से वहाँ सब कुछ ख़त्म हो गया इस बात का भी अनुमान लगाया गया की जहाँ मनुष्य रहते होंगे वहाँ जानवर अवश्य ही रहेंगे क्योंकि यह दोनों एक दूसरे के पूरक है मनुष्य और जानवर का जीवन एक दूसरे पर आश्रित है|
भारतीय पिरामिड का इतिहास
Indian pyramids
भारत के सिन्धु घाटी की सभ्यता अपने समय का सबसे विकसित सभ्यता थी| कश्मीर से लेकर बलूचिस्तान तक नर्मदा नदी पर बसे शहर बहुत ज्यादा विकसित हुआ करते थे इस बात का प्रमाण पुरातत्व विभाग को प्राप्त अवशेष से साफ जाहिर होता है|
माँ शारदा पीठ का भव्य मंदिर पिरामिडनुमा न होने के बावजूद उसका आकार और संरचना उससे मिलता जुलता है यहाँ विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय मौजूद था दुनिया की सबसे बड़ी पुस्तकालय मौजूद था जहाँ दुनिया के हर जगह से लोग शिक्षा ग्रहण करने आते थे झेलम नदी और गोदावरी नदी पर उस समय सैकड़ो मंदिर बने थे लेकिन मध्यकाल में आक्रान्ताओं द्वारा उन सब मंदिरों को नष्ट कर दिया था और उस जगह मस्जिद बनवा दी गयी|
हमारे पूर्वजों ने कैलाश पर्वत को देखकर पिरामिडनुमा ईमारत का निर्माण करने का फैसला लिया था| इसी त्रिकोण ढांचे के आधार पर विश्व का ग्रेट गिज़ा का पिरामिड बना| इसी को आधार मानकर मंदिरों, गुरद्वारे, चर्च, मस्जिदों का गुम्बज बनाया जाता है|
भारत में भरपूर मंदिरों का निर्माण किया गया था लेकिन आक्रान्ताओं (मुसलमानों) द्वारा लगभग सभी प्रमुख मंदिरों को विध्वंस कर दिया गया सिर्फ इतना ही नहीं उन मंदिरों के दीवारों पर अपना गुम्बज बनाकर उसको मस्जिद में तबदील कर दिया उदाहरण के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी, मथुरा श्री कृष्ण मंदिर, अयोध्या श्री राम मंदिर आदि|
पिरामिड एक अनसुलझा रहस्य है
Unsolved mystery of Pyramid?
पिरामिड एक अनसुलझा रहस्य है ऐसा पिरामिड की जानकारी पुस्तक The Pyramids of Egypt (Penguin rchaeology) by I.E.S. Edwards में साफ-साफ लिखा है| जो आज भी अनसुलझा ही है|
विज्ञानिकों के अथक प्रयासों के बावजूद पिरामिड एक रहस्य बना हुआ है आज से हजारों वर्ष पहले इतना विशाल पिरामिड का निर्माण कैसे हुआ इतने भारी-भारी पत्थर इतने ऊँचाई तक कैसे पंहुचा बिना मशीन या तकनीक के सहायता से यह संभव ही नहीं है लेकिन वो भी संभव था उस काल में यह कैसे संभव था? दूसरी बात इतना सही मिलाप कोनो का और हर एक इंच का एक दम सही हिसाब रखा गया पिरामिड के निर्माण में यह कैसे संभव हो सका|
कुछ वर्ष पूर्व विज्ञानिक ने इजिप्ट के राजकुमारी Mene का मृत शरीर की जाँच के लिए पिरामिड से निकला| विज्ञानिक यह जानकर हैरान हो गए की उनकी शरीर की चमड़ी बिलकुल वैसी ही है जैसे 3000 वर्ष पूर्व में थी यानि उनकी चमड़ी की कोशिकाओं में अभी भी क्रियाशीलता थी जबकि राजकुमारी को मरे हुए हजारों वर्ष हो चुके थे यह कुछ अनसुलझे रहस्य हैं जो अपने आपमें पहेली है|
गिज़ा के पिरामिड 5000 वर्ष पूर्व दुनिया का सबसे विशाल पिरामिड था कैसे बिना इंजीनियर के मदत से बिना तकनीशियन के मदत से बना – यह आश्चर्य है|
विज्ञानिको के निरंतर अनुसंधान के बावजूद आज भी पिरामिड रहस्य बना हुआ है लेकिन एक बात से सभी विज्ञानिक एकमत है वो यह की इसकी आकृति में अदृश्य ब्रम्हांडीय चुम्बकीय शक्ति छुपी हुई है जिसको कई प्रयोगों द्वारा सिद्ध किया गया है|
मक्सिको पिरामिड?
who built the pyramids in maxico
मक्सिको पिरामिड स्नेफ्रु द्वारा निर्मित किया गया था जो 12वीं 16वीं शताब्दी के मध्य मक्सिकन घाटी से यह आधार पर 188 वर्ग मीटर (2,024 वर्ग फीट) और लगभग 98 मीटर (322 फीट) ऊंचा है।
अफ्रीका पिरामिड?
who built the pyramids in Africa
अफ्रीका के पिरामिड (गीज़ा के स्फटिक) दुनिया का सबसे पुराने पिरामिडों में से एक हैं जिसमे एक इन्सान का मुँह बना हुआ है और शेर का शरीर या जानवर का शरीर भी (मान सकते है) बना हुआ हैं यह विशालकाय मुर्तिया किसने बनाई कोई नहीं जनता लेकिन माना जाता है की कुछ अंग्रेज को इनका श्रेय जाता है उनमे से होरस और हर्मचिस मना गाया है लेकिन इसका कोई लिखित प्रमाण नहीं है|
पिरामिड कितने पुराने है?
How old are the pyramids?
पिरामिड अपने में एक रहस्य है दुनिया में सबसे पुराने पिरामिडों में “मिस्र के पिरामिड” है जोकि एक अनुमानन 5000 वर्ष पुराने है इसका प्रमाण “The Great Pyramid Giza” है| इसके बाद के पिरामिड 4000 और 4500 वर्ष पुराने है एक पिरामिड बनाने में तक़रीबन 20-30 वर्ष लगते है एक-एक पत्थर 1000-3000 किलो के लगभग का होता है जिसको ऊपर तक पहुँचाना अपने आप में चमत्कार है|
पिरामिड तथ्य
pyramids facts & Egyptian pyramids facts
पिरामिड की जानकारी The Great Pyramid Decoded by Peter Lemesurier
- विशेषज्ञों और जानकर के मुताबित पिरामिड के बाहरी चट्टान के टुकड़ो को इतनी कुशलता से लगाया गया की इसमें से एक चिड़िया भी नहीं घुस सकती|
- मिस्र के तीन पिरामिड ओरियन आकार के तीन तारों के हिसाब से बनाया गया इसलिए इसे खगोलीय आधार भी माना गया है|
- पिरामिड को बनाने में एक भी गुलाम का इस्तेमाल नहीं किया गया एक लाख मजदुर थे जो केवल भोजन पर काम किया करते थे और वह भी अपने खेती के काम से खाली होकर काम करते थे|
- मिस्र के पिरामिड को बनाने में 30 वर्ष लगे थे|
- गीज़ा के पिरामिड दुनिया के सात आजुबो में से एक है|
- यह लगभग 5000 वर्ष पहले बना था|
- ग्रेट पिरामिड उत्तर दिशा को सही से दर्शाता है|
- पिरामिड का इस्तेमाल कैलेंडर के लिए, सूर्य की परिक्रमा, पृथ्वी की गति मापने, प्रकाश की गति को नापने के लिए किया जाता था|
- पिरामिड में ममी (मृत) राजा-रानी या अपने पूर्वजो को रखने के लिए किया जाता था|
- इसमें राजा का चैम्बर भी बना है रानी का कक्ष भी बना है|
- गीजा के पिरामिड में दरवाजे एक धक्के में खुल जातें है जबकि यह दरवाजे चट्टान के बने थे इनका वजन हज़ारों टन है|
- पिरामिड के अन्दर का तापमान हमेशा 20 डिग्री बना रहता है चाहे जैसा भी मौसम हो|
पिरामिड की ऊँचाई कितनी है?
How tall the pyramids are?
पिरामिड की ऊँचाई 400 से 500 फुट होती है यह जमीन पर चौकोर होते है, ऊपर आसमान के तरफ नुकीले, दिवार ढालू होते है इसमें करीब 23-24 लाख पत्थर का इस्तेमाल हुआ है कुछ पत्थर का वजन हजार टन से 50 हजार टन होते थे इनका बेस 1450 फीट है|
पिरामिड की विभिन्न अवस्थाओं को दर्शाइए
पिरामिड की जानकारी और सरंचना
True pyramids and pyramid stucture
ट्रू पिरामिड कहे या स्टेप पिरामिड कहें दोनों एक जैसे ही होते है थोडा से ढांचा का अंतर होता है ट्रू पिरामिड या स्टेप पिरामिड मेम्फिस के पास एक स्थान है जिसे सकारा कहते है जो की नील नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है वहां बनाया गया था|
मिस्र के पिरामिडों के बारे में रोचक तथ्य
Interesting facts about Egyptian pyramids
- गीज़ा के पिरामिड दुनिया के सबसे बड़े पिरामिड में से एक है|
- गीज़ा का पिरामिड 480 फीट ऊँचा है|
- गीज़ा का पिरामिड को लगभग 5000 वर्ष पहले बनाया गया था|
- गीज़ा का पिरामिड को कौन बनाया इसको कोई नहीं जनता|
- मिस्र के किसान के द्वारा ही पिरामिड का निर्माण कराया गया था|
बच्चों के लिए पिरामिड के कुछ तथ्य
Pyramids facts for kinds
- गीज़ा का पिरामिड एक अनुमान के मुताबित इसको बनाने में लगभग 30 वर्ष लगे थे|
- ऐसा माना जाता है की पिरामिड पूरी तरह बनने के बाद इसको सफ़ेद चुने से रंगा गया था|
- पिरामिड के आगे मानव का विशालकाय मुँह बनाया गया और शरीर शेर का बनाया गया|
- पिरामिड के अन्दर बहुत से कमरे भी बनाये गये जो आज भी मौजूद है|
- दीवारों पर तस्वीर बनायीं गयी है|
- जानवर के भी तस्वीर बने हुए है|
- एलियंस के तस्वीर व् उनके स्पेस-शिप भी बने हैं|
- राजा-रानी के ताबूत कब्र का स्थान भी मौजूद है|
- आज अगर पिरामिड का निर्माण कराया जाये तो पहले जैसा सठीक पिरामिड कभी भी नहीं बन पायेगा|
पिरामिड के अन्दर क्या है?
What is inside the pyramids?
पिरामिड के अन्दर लम्बे-लम्बे सुरंग है राजा-रानी के ताबूत है, एक स्थान से दुसरे स्थान जाने के लिए आपको बहुत ही पतले-पतले सुरंग बने हुए है|
Inside pyramids pictures इसके अन्दर तहखाने भी कैदियों को सजा देने लिए बने है बढ़े-बढ़े चट्टान एक के ऊपर एक रखे हुए है और अन्दर दीवारों पर उनके भाषा में लिखा हुआ तस्वीर और आकृत मिलेगी, एलियंस का तस्वीर और उनका उड़नखटोला का तस्वीर पत्थर पर उकेरी हुई मिलेगी पशु-पक्षी का भी तस्वीर दिखेगी यह सरे information पिरामिड की जानकारी The Pyramids लेखक मिरोस्लाव वेर्नर द्वारा है|
ममी का मतलब क्या है?
Mummy meaning
पिरामिड के अन्दर रखें राजा-रानी या उनके पूर्वजो के मृत शरीर जिसको कई रसायनों का लेप लगाया जाता था फिर सफ़ेद कपड़े में लपेट कर ताबूत में सुरक्षित रखा जाता था इसे ही ममी कहते है|
पिरामिड ऊर्जा का रहस्य क्या है?
Pyramid energy
पिरामिड अपने आकार के कारण ही उसमे आलौकिक शक्ति समाया हुआ है इसकी आकृति इतनी चमत्कारी है की इसमें सूक्ष्म ब्रम्हाण्ड की ऊर्जा समाहित है जो जड़ तथा चेतन दोनों को प्रभावित करती है| पुरातत्ववेत्ताओं के पुस्तक में ही पिरामिड की जानकारी का सार है| एक बात यह भी है की सारे पिरामिड उत्तर-दक्षिण ध्रुव के रेखा पर ही बना है यह भी एक रहस्य है|
पिरामिड के भीतर विद्युत-चुम्बकीय शक्तियाँ (पिरामिड के रहस्य) है इसमें कोई शक नहीं है की यह ब्रम्हांडीय शक्ति इतनी शक्तिशाली होती है की इसके संपर्क में जो भी आता है जड़ या चेतन वही सजीव होने लगता है विकृत नहीं होता बल्कि उसमे ऊर्जा का प्रवाह बहने लगता है|
पिरामिड का आकार शंकु के सामान होता है इसलिए यह ऊपरी कोने से ब्रम्हांडीय उर्जा को अपनी ओर खींचता है इसके उपरांत ये अपने अन्दर प्रविष्ट सकारात्मत उर्जा को चारों तरफ फैला देता है फिर नीचे के चारों कोनों से उस उर्जा को बाहर फेंकता है जिसके कारण वहाँ पर मौजूद नकारात्मत प्रभाव को मिटाकर सकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढाता है इसी वजह से उसमे रखी हर चीज यथावत रहता है उस वास्तु या प्रदार्थ का गुण कभी खराब नहीं होता है बल्कि उसका प्रभाव और बढ़ जाता है|
अब इसका विज्ञानिक आधार देखे जब पिरामिड में अधिक से अधिक इलेक्ट्रान आ जाती है पिरामिड के उपरी नोक से (यह सब अदृश्य है) भरपूर इलेक्ट्रान आने के बाद यह पिरामिड के नीचे के चारों कोनो से नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकाल देती है इसी परिकल्पना के आधार पर छोटे-छोटे पिरामिड का निर्माण कराया गया और मन वांक्षित फल प्राप्त किया गया इस ब्रम्हाण्ड की Cosmic Energy का सबसे ज्यादा अगर कहीं उपस्थित है तो वो स्थान पिरामिड और मंदिर में ही देखा जा सकता है|
क्या पिरामिड शक्ति को बढ़ाया जा सकता है?
Can Pyramid Strength be Increased?
The Complete Pyramids Book Solving the Ancient Mysteries by Mark Lehner ने अपनी पुस्तक में पिरामिड की जानकारी का पिटारा ही खोल दिया है|
पिरामिड की शक्ति को घटाया और बढ़ाया जा सकता है आवश्यकतानुसार इसके लिए पिरामिड की साइज़ (आकार) को छोटा बड़ा करके इसके शक्ति को कम ज्यादा किया जा सकता है साथ ही साथ बड़े पिरामिड के अन्दर छोटे-छोटे नौ पिरामिड लगा के इसके शक्ति को कई गुना बढाया जा सकता है|
पिरामिड का एक ही काम है अपने अन्दर सकारात्मक ऊर्जा को इक्कठा करना और उसको कई गुना विस्तार करना अगर इस पिरामिड के अन्दर नौ पिरामिड और लगा दिया जाये फिर उसके अन्दर 81 पिरामिड (जोकि साइज़ में छोटे होंगे) और लगा दिया जाये तो इसकी क्षमता कई गुना बढ़ जाती है और यह अदभुत तरीके से काम करने लगता है|
पिरामिड यंत्र क्या है?
What is Pyramid Yantra?
पिरामिड यंत्र एक तरीका है जिसके मदत से हम अपने इच्छित फल को प्राप्त कर सकते है अब सवाल यह उठता है यह पिरामिड यन्त्र क्या है? यह पिरामिड की जानकारी का एक महत्वपूर्ण विषय है|
यह एक आकर है पिरामिड की तरह जिसके चार आधार होते हैं पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण त्रिभुजनुमा चार आकृति के यन्त्र को पिरामिड कहते है|
पिरामिड के पाँचों कोनों से एक विशेष प्रकार की ऊर्जा प्रभाहित होती है जो पिरामिड के एक तिहाई ऊँचाई पर आकर इकट्ठी होती है इस स्थान को फोकल जॉइंट कहते है यहीं से यह ब्रम्हांडीय ऊर्जा आस-पास के पुरे जगह पर असर डालता रहता है सबमे सकारात्मक प्रभाव का संचार करता है और नकारात्मकता को दूर करता है| जिस वजह से उसके अन्दर और उसके आसपास के लोगों और स्थानों को प्रभावित करता है|
कागज के पिरामिड कैसे बनाते हैं?
How to make paper Pyramid?
पिरामिड यंत्र को बनाना बहुत ही आसान है|
- एक बड़े आकार का सक्त गत्ता ले
- उसको ऊपर चित्र के मुताबित लाइन ड्रा कर लें
- कैंची की सहायता से बाहरी लाइन पर से काट लें
- अब 1 और 2 के बीच को स्केल या डंडा के मदत से मोड़े (लाइन पर से), इसी प्रकार 2 और 3 फिर 3 और 4 और बाकि को मोड़े (ध्यान रहे लाइन पर से मोड़ना है)
- अब पिरामिड का आकार बनने के बाद 6,8 और 9 को ऊपर फेविकोल लगाके जोड़ दें|
- नीचे का 6 और 8 को छोड़ सकते है ताकि इसमें कोई सामान रखा जा सके|
- बस बन गया पिरामिड|
पिरामिड और एक्यूप्रेशर का सम्बन्ध
Pyramid and Acupressure
Reflexology and Acupressure: Pressure Points for Healing: A Pyramid Health Paperback इस बुक में पिरामिड की जानकारी और ईलाज के बारे में बताया गया है|
एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति एक प्राचीन उपचार विधि है इस पद्धति में दबाव(प्रेशर) देकर किसी (स्थान) का इलाज किया जाता है| यह पद्धति चीन में भी बहुत प्रचलित है भारत में इसको विशेष महत्त्व दिया गया है| एक्यूप्रेशर का सीधा सम्बन्ध पांव के तलवों से है इसका मुख्या काम है पांव के तलवों के मुख्य बिन्दुओं पर दबाव देकर शरीर की ही ऊर्जा से लाभ पहुँचाना है|
एक्यूप्रेशर चिकित्सा के मुताबित शरीर की सभी नसे(नाड़ियों) के सिरे(कनेक्शन) पैर के तलवों में पाए जाते हैं हाथ और अन्य जगह के नाड़ियों का सम्बन्ध सीधे पैर के तलवे से है इसलिए इसको अधिक महत्त्व दिया गया है|
पिरामिडयुक्त एक्यूप्रेशर से फायदे
Benefits from Acupressure
सदियों से विद्वानों, वैज्ञानिक और शोधकर्ता शरीर के गूढ़ रहस्य को समझने के लिए निरंतर प्रयास कर रहें है आज डॉक्टर शरीर के हर अंग से भली भाती परिचित है वैज्ञानिक कुछ चीजो पर और शोध कर रहे है जैसे मन, चक्र, ग्रंथियाँ और शरीर के प्रत्येक अंग को शोध के दौरान पिरामिडयुक्त एक्यूप्रेशर को खोज निकला है|
पिरामिड यंत्र की शक्ति का एक्यूप्रेशर में प्रयोग करने के लिए छोटे-छोटे पिरामिड बहुत अधिक मात्रा में एक साथ बनाया जाता है जिसे पॉवर मैट (Pyramid Power mat) कहते है बस उसी पर सुबह शाम एक ही स्थान पर खड़े-खड़े चलना होता है पांच मिनट के लिए, जिससे पैर की नस पर जोर पड़ता है और फिर शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है और शरीर में चुस्ती-फुर्ती और ताजगी अपने आप महसूस होने लगता है|
पिरामिड से रोग का इलाज कैसे करें?
How to treat the disease with Pyramid?
पिरामिड की जानकारी को सही प्रकार से जानकर शरीर के हर प्रकार के दर्द को दूर करता है चाहे किसी भी भाग में दर्द हो उस दर्द को पिरामिड के मदद से 80-90 प्रतिशत कम किया जा सकता है आजमाकर देखें:
- अगर आपको सिरदर्द, तनाव, कान, नाक, बाल आदि से सम्बंधित समस्या है तो एक ताम्बे का 10 फीट लम्बा पिरामिड लेकर उसको अपने सिर पर 10 मिनट के लिए रखें दर्द छूमंतर हो जायेगा काग़ज का भी पिरामिड बना सकते है|
- महिला हो या पुरुष के पेट से सम्बंधित किसी भी प्रकार का समस्या के लिए 9 मुखी पिरामिड अपने नाभि पर रखें लाभ होगा|
- नीद नहीं आने की शिकायत पर अपने सिर के तकिये के नीचे पिरामिड पॉवरमैट रखकर सोये बहुत अच्छी और गहरी नीद आईगी|
- रक्तचाप को नियंतित करने के लिए चाहे (High हो या Low) दोनों ही स्थिति में अपने हाथ के कलाई में 9 मुख वाला छोटा पिरामिड बांधे रक्तचाप नियंतित हो जायेगा|
- एकाग्रता लाने के लिए सोते समय अपने कपाल पर पिरामिड रखकर सोये 10 मिनट या अधिक रखे चित शांत और नियंत्रित हो जायेगा|
- पैरों में दर्द के लिए एक्यूप्रेशर चप्पल पहने| एक्यूप्रेशर चप्पल के फायदे और भी है अतः इसे अवश्य पहने|
- पीठ दर्द के लिए, पीठ के बल लेट जाये अब पीठ पर 9 मुखी पिरामिड रखें और आराम से लेटे रहे 15-20 मिनट के बाद आराम महसूस होने लगेगा|
- इसी तरह किसी भी दर्द को ठीक किया जा सकता है चाहे हाथ फ्रैक्चर हो या घाव के स्थान पर रखें (अपने दिमाग का प्रयोग करें) बशर्ते दिशा का ध्यान अवश्य रखें अधिक लाभ होगा|
निष्कर्ष
अंत में पिरामिड की जानकारी के इस लेख में हमने लगभग सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा किया है हमें उम्मीद है आगे और भी जानकारी मिलेगा|
इस प्रकार आप भी इस चमत्कारी यन्त्र का प्रयोग करके अपने जीवन के दुःख और दर्द को ठीक कर सकते है और अपने जीवन को सफल बनाने में यह एक मील का पत्थर साबित होगा इसी आशा और उम्मीद के साथ धन्यवाद|
मुझे उम्मीद है इस पुरे लेख को पढ़ने के बाद आप यह जान चुके है की पिरामिड का आकर ऐसा क्यों है क्यों आकार का इतना महत्व है? क्यों मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च का गुम्बज एक निश्चित आकार का बनाया जाता है इससे एक बात समझ में आती है की आकार में जादू है यानि ब्रम्हाण्ड के ज्योमिती के मुताबित अगर कोई भी ईमारत का निर्माण किया जाए तो वह सकारात्मक उर्जा से युक्त होगा और उसमे एक प्रकार की मजबूती आ जाएगी|
हमने गिज़ा और मिश्र के पिरामिड के बारे विस्तार से जाना उनके अन्दर रखें मम्मी क्यों आज भी वैसे ही पड़े है जैसे आज से 2500 वर्ष पहले थे उनके शरीर बिलकुल ताजा लगते है| हमने “पिरामिड के रहस्य” जो अनसुलझे थे उन को सुलझाने का प्रयास किया|
पिरामिड यन्त्र क्या है और क्या पिरामिड यन्त्र को घर में बनाया जा सकता है इस विषय पर भी हमने विस्तार से बताने का प्रयास किया (उदाहरणों के साथ) ताकि कोई भी घर बैठे इनका प्रयोग कर सकता है और चमत्कार देख सकता है|
पिरामिड की जानकारी में हमने जितने भी जानकारी दिये है उम्मीद है यह जानकारी आपके जिज्ञासा को शांत करने में सहायक सिद्ध हुआ होगा|
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